एपल यूजर्स के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसके तहत अब कंपनी अपने प्रोडक्ट्स में USB टाइप-C चार्जिंग पोर्ट देने की तैयारी में है। हाल ही में इस बात की जानकारी एपल के मार्केटिंग चीफ ने दी है। यूरोपियन यूनियन (EU) के यूनिवर्सल चार्जर नियम को लागू कर दिया है। जिसके बाद एपल अपने डिवाइसेस में सिंगल चार्जिंग पोर्ट ऐड करने की तैयारी कर रहा है।
EU ने लागू किया यूनिवर्सल चार्जर नियम
यूरोपियन यूनियन (EU) पार्लियामेंट ने कुछ हफ्ते पहले ही यूनिवर्सल चार्जर नियम को लागू किया था। EU के इस नियम के अनुसार 2024 तक सभी इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों को मोबाइल फोन, टैबलेट और लैपटॉप समेत सभी डिवाइसेस के लिए सिंगल चार्जिंग पोर्ट ऐड करने का निर्देश है। यानी कि सभी कंपनियों को मोबाइल फोन में भी टाइप-C चार्जिंग पोर्ट ही देना है। रिपोर्ट कहती है, यूरोपीय लोग सिर्फ चार्जर खरीदने पर हर साल अरबों यूरो खर्च कर रहे हैं।
नियम का पालन करना जरूरी
कैलिफोर्निया में वॉल स्ट्रीट जर्नल कॉन्फ्रेंस में कहा गया है कि ‘जाहिर है, हमें EU के नियम का पालन करना ही है। इसके अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।’ इस बयान के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आईफोन 15 और 16 सीरीज को टाईप-सी चार्जिंग पोर्ट के साथ मार्केट में आएगा।
USB-C पोर्ट के साथ लॉन्च होगा आईफोन-15 सीरीज
नए नियम को लेकर एपल और EU के बीच फिलहाल असहमति है। दरअसल सभी लाइटनिंग चार्जर्स को टाइप-C से बदलने से बहुत ज्यादा ई-कचरा होगा। रिपोर्ट्स की मानें तो आईफोन-15 सीरीज को 2023 के आखिरी तक लॉन्च हो सकता है।
भारत पर असर
यूरोपियन यूनियन में कुल 27 देश आते हैं। यूरोपियन यूनियन का यूनिवर्सल चार्जर का नियम भारत पर लागू नहीं है। हालांकि, जब एपल जैसी कंपनी यूरोपियन यूनियन के देशों के लिए कोई एक चार्जर बनाती है, तो वही चार्जर वह बाकी दुनिया के देशों के लिए भी बनाएगी, ताकि उसका खर्च कम हो सके।