Information: फर्स्ट इम्प्रेशन इज लास्ट इम्प्रेशन ऐसा अक्सर कहते हुए जरूर सुना होगा। वहीं जब बात नौकरी या करियर से जुड़ी हो तो इस पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देने की जरूरत सी लगती है। पर तब क्या जब आपका पहला इम्प्रेशन आपका सीवी या रिज्यूम हो। लेकिन आमतौर पर होता यही है कि आपको नौकरी के लिए बुलाने से पहले आपका रिज्यूम ही देखा जाता है। कई बार रिज्यूम इतना प्रभावशाली होता है कि कंपनी से इंटरव्यू के लिए कॉल भी आ जाता है। तो कई बार यहीं से बात बिगड़ भी जाती है और आगे बढ़ती नहीं बढ़ती। इसीलिए हम आपको इस लेख के जरिए बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपना 10 फीसदी काम सिर्फ रिज्यूम से कर सकते हैं।
हर नौकरी के लिए एक ही सीवी न बनाएं
ज्यादातर लोग यही गलती करते हैं कि एक सीवी तैयार करते हैं और हर जॉब के लिए उसे ही भेजते रहते हैं। इस बात को समझें कि जब जॉब की प्रकृति एक जैसी नहीं है तो सीवी की कैसे हो सकती है। हर कंपनी की जरूरत में कुछ न कुछ फर्क जरूर होता है। इसीलिए बेहतर ये होगा कि आप अपना सीवी खासकर उसका ऑब्जेक्टिव या वर्क एक्सपीरियंस उस कंपनी के हिसाब से ही तैयार करें, जहां आप अप्लाई करना चाहते हैं। आपका ऑब्जेक्टिव ऐसा होना चाहिए कि पढ़ने के बाद सामने वाले को आपसे मिलने की इच्छा हो।
सीवी में झूठ के लिए जगह न हो और हॉबीज पर करें खुलकर बात
रिज्यूम में केवल नौकरी पाने की इच्छा के चलते उन बातों को लिखने से बचें जिससे आपको बाद में नुकसान उठाना पड़े। झूठे स्किल्स और एक्सीपीरियंस के बारे में नहीं लिखें। बेहतर होगा आप जो हैं, वही लिखें साथ ही बड़ी-बड़ी बातें लिखने से बचें। इससे भी अच्छा होगा कि अपनी हॉबीज के बारे में खुलकर लिखें।
भाषा का रखें विशेष ध्यान
रिज्यूम जितना सिंपल होगा इम्प्रेशन उतना ही गहरा होगा। ऐसी छोटी-छोटी और गैरजरूरी बातें लिखने से एकदम बचें। भाषा का सही से चुनाव करें। शब्दों का चुनाव सरल और सहजता से करें। कुछ भी लिखकर शब्दों और पेज को बेवजह न बढ़ाएं। वहीं अपनी उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर न पेश करें। आपका रिज्यूम आपसे पहले आपके बारे में सबकुछ कहता है। अगर आपका फर्स्ट इम्प्रेशन सही होगा तो यह आपको करियर में ऊंचाई देगा।