UPPSC 2022: प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए हर साल लाखों युवा यूपीएससी की तैयारी कर करते हैं। यूपीएससी में सफल होने वाले हर एस्पीरेंट की एक कहानी होती है, जो कई लोगों के लिए प्रेरणा बन जाती है। ऐसी ही कहानी है मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ की मोहसिना की, जिन्होंने तमाम संघर्षों को पार अपना मुकाम हासिल किया और यूपीएससी 2022 की परीक्षा में 7वां रैंक हासिल किया।
मोहसिना के बारे में..
मोहसिना के परिवार माता-पिता के अलावा तीन बहनें और 1 भाई हैं। मोहसिना के पिता परिवार का खर्च चलाने के लिए बस स्टैंड के पास 28 सालों से एक छोटी सी दुकान का संचालन कर रहे हैं। इसी दुकान की कमाई के भरोसे ही उनके परिवार का पालन-पोषण होता था। लेकिन आर्थिक परेशानियों को मोहसिना ने कभी आड़े नहीं दिया।
आर्थिक तंगी और कई तरह की परेशानियों के बावजूद मोहसिना के पिता इकराम खान ने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कभी रुकने नहीं दिया। मोहसिना शुरू से ही पढ़ने में काफी अच्छी थी। उन्होंने 10वीं की परीक्षा में भी जिले में तीसरा स्थान पाया था, फिर मैथ्स में सबसे ज्यादा नंबर हासिल कर वे 12वीं में टॉपर बनी थीं।
जिले के कलेक्टर से मिली थी प्रेरणा
UPPSC 2022 में बोर्ड परीक्षा में टॉप करने पर मोहसिना को जिले के कलेक्टर सम्मानित किया था। कलेक्टर साहब से मिलने के बाद ही मोहसिना ने यह तय कर लिया था कि वे सिविल सेवा में जाएंगी। यहीं से प्रेरित होकर उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई के दौरान ही सिविल सर्विसेज़ में जाने की तैयारी शुरू कर दी।
परिवार ने दिया पूरा साथ
मोहसिना के पिता को अपनी बेटी की काबिलियत पर पूरा भरोसा था। उन्होंने भी बेटी के इस इस फैसले में उनका पूरा साथ दिया और पैसों की परवाह किए बिना मोहसिना को तैयारी करने के लिए दिल्ली भेजा। मोहसिना ये जानती थीं कि उनके पिता ने बड़ी मुश्किलों से उन्हें पढ़ाई के लिए भेजा है। उनकी पढ़ाई का खर्च भी मुश्किल से ही निकल रहा है, इसलिए उन्होंने सफलता के लिए जी-जान लगा दी। उनके मेहनत का फल उन्हें मिला और उन्होंने UPPSC 2022 परीक्षा
सिर्फ पास ही नहीं की बल्कि 7वीं रैंक हासिल कर टॉप-10 में शामिल हो गईं।