• शहीद शांति सैनिकों के लिए UN में स्मारक दीवार
• संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने किया था प्रस्ताव पेश
• शहीदों की याद दिलाएगा स्मारक
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने शहीद हुए शांतिरक्षको के सम्मान में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक स्मारक दीवार स्थापित किया जाएगा। संयुक्त महासभा ने इसके लिए भारत के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकारा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने 14 जून को शहीद शांति सैनिकों के लिए स्मारक दीवार बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा था कि स्मारक दीवार इस बात का प्रमाण देगी कि संयुक्त राष्ट्र अपने शांति अभियानों को कितना महत्वपूर्ण समझती है। ये स्मारक दीवार लोगों को शहीदों के बलिदान की स्मृति कराएगी।
इस प्रस्ताव की सबसे खास बात ये है कि प्रस्ताव को उस समय पारित किया गया है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा पर जाएंगे। प्रधानमंत्री 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का हिस्सा बनेंगे। मौजूदा समय में भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में तीसरा सबसे ज्यादा योगदान देने वाला राष्ट्र के रूप में स्थापित है।
शांति अभियानों में 177 भारतीयों ने दिया है बलिदान
अबई मध्य अफ्रीकी गणराज्य साइप्रस, कांगो, लेबनान, खाड़ी क्षेत्र और पश्चिमी सहारा में भारत के 6 हजार से ज्यादा सैनिक और पुलिस कर्मी संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों का हिस्सा रहे हैं। GNITE शांति अभियानों के दौरान अब तक 777 भारतीय शांतिरक्षकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। शहीद शांतिरक्षकों की यह संख्या किसी भी दूसरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है।
यूएनजीए में भारत सहित 18 देशों ने प्रस्तुत किया था प्रस्ताव
यूएनजीए में भारत, बांग्लादेश, कनाडा, चीन, डेनमार्क, मिस्र, फ्रांस, इंडोनेशिया, जॉर्डन, नेपाल, रवांडा और अमेरिका सहित 18 देशों ने इस प्रस्ताव को प्रस्तुत किया था। इसमें प्रस्ताव का मसौदा अपनाए जाने के तीन साल के भीतर स्मारक दीवार का निर्माण पूरा किए जाने का प्रावधान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर इसके लिए समर्थन करने वाले देशों का आभार जताया है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि “मुझे खुशी है कि शहीद शांतिरक्षकों के लिए एक नयी स्मारक दीवार स्थापित करने संबंधी प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित हुआ है।
नयी स्मारक दीवार पर सदस्य देशों के उन सभी शांतिरक्षकों के नाम अंकित किए जाएंगे, जिन्होंने 1948 से लेकर अब तक संयुक्त राष्ट्र के नीले झंडे के तहत दुनिया के विभिन्न संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में संचालित शांति अभियानों के दौरान विश्व निकाय के मूल्यों की रक्षा की और शहीद हुए।