वेस्ट मैटेरियल करती हैं रिसाइकल
शुभी सचान घरों से निकलने वाले वेस्ट जिसमें कोई ऐसा सामान हो जो खराब हो चुका है, कोई ऐसा कपड़ा जो फट चुका हो या कोई चादर जिसका रंग उड़ गया हो उसे वो दोबारा इस्तेमाल में लाने का काम करती है। शुभी सचान मैटेरियल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया कंपनी चलाती हैं, उनकी ये कंपनी किसी भी वेस्ट मटेरियल या किसी भी बेकार समान या कूड़े या प्लास्टिक को रिसाइकल और रीयूज करने का काम करती हैं।
शुभी के बारे में
शुभी पहले एक टैक्सटाइल डिजाइनर के तौर पर काम कर रही थीं। उन्होंने कई बड़े-बड़े ब्रांड के साथ काम किया है। लेकिन शुभी अपने क्षेत्र में हो रहे काम से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थीं। वो कुछ हटकर करना चाहती थीं। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की कंपनी खोली अब शुभी नोएडा गाजियाबाद में लोगों के घरों से वेस्ट मटेरियल पानी खराब सामान या कूड़ा जैसे वेस्ट चीजें इकट्ठा करती हैं फिर उस कूड़े को रिसाइकल कर इस्तेमाल के लायक बनाती हैं। वो इनसे कई तरह के अलग-अलग प्रोडक्ट बनाती हैं। शुभी सचान ने वेस्ट मेटेरियल (खराब समान) से बेहद यूनिक तरह के प्रोडक्ट तैयार किए हैं। जिसमें उन्होंने बैग, पहनने के कपड़े बनाए हैं। उन्होंने इसके लिए चिप्स कुरकुरे प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल किया है। जो काफी मजबूत है और बेहद यूनिक भी है।
ऐसे करती हैं काम
शुभी की मटेरियल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया फैक्ट्री पहले सभी जगह से कचरा इकट्ठा करने का काम करती हैं। वो 1 दिन में कम से कम 5 टन कूड़ा इकट्ठा करते हैं। फिर उसे साफ करने का प्रोसेस होता है फिर वेस्ट की काबिलियत के हिसाब से उससे प्रोट बनाया जाता है। फिर जरूरत के हिसाब से उसे प्रोडक्ट बनाने के लिए भेज दिया जाता है। शुभी आज की क्रिएटिव युवा हैं, वो अपने काम के साथ पर्यावरण के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी निभा रही है जो आज की जनरेशन के लिए प्रेरणा है।