Swamitva Scheme. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश सहित 7 राज्यों के लाखों ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक देने के लिए स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति कार्ड का ई-वितरण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व योजना के तहत 65 लाख प्रॉपर्टी कार्ड का वितरण किया है, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है।
इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अपनी संपत्ति का कानूनी मालिकाना हक देना है, जिससे उनके पास घर, ज़मीन या संपत्ति का वैध दस्तावेज होगा। स्वामित्व योजना के तहत दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से देशभर के 50 हजार गांवों में इन प्रॉपर्टी कार्डों का वितरण किया गया।
क्या है स्वामित्व योजना
एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को उनके भूमि या संपत्ति पर कानूनी अधिकार प्रदान करना है। इसके तहत, ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने घरों और भूमि के मालिकाना हक को सुनिश्चित करने के लिए अधिकार अभिलेख प्राप्त करते हैं, जो उन्हें विभिन्न प्रशासनिक और आर्थिक गतिविधियों में मदद प्रदान करते हैं।
स्वामित्व योजना से लाभ:
- कानूनी अधिकार: इस योजना के तहत ग्रामीणों को उनकी संपत्ति पर कानूनी मालिकाना हक मिलता है, जिससे वे अपनी संपत्ति को कानूनी रूप से प्रमाणित कर सकते हैं।
- ऋण प्राप्ति: संपत्ति का अधिकार अभिलेख प्राप्त होने पर लोग बैंक से ऋण लेने के लिए संपत्ति को बंधक रख सकते हैं।
- संपत्ति विक्रय: इस अभिलेख के माध्यम से लोग अपनी संपत्ति को बेचने में सक्षम होंगे, क्योंकि उन्हें कानूनी दस्तावेज प्राप्त होगा।
- सरकारी योजनाओं का लाभ: संपत्ति के प्रमाण के आधार पर ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल सकता है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए
इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए। महासमुंद के 128 गांवों के 10,850 लाभार्थियों को स्वामित्व कार्ड वितरण किया जाना है। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री साय ने 37 हितग्राहियों को सांकेतिक तौर पर उनके स्वामित्व कार्ड प्रदान किए, जिससे उन ग्रामीणों को उनकी संपत्ति पर कानूनी मालिकाना हक प्राप्त हुआ।
कई राज्यों को लाभ
इस कार्यक्रम में ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र एवं गुजरात के नेताओं सहित कई राज्यों के राज्यपाल भी शामिल हुए। यह योजना ग्रामीणों को अपनी ज़मीन पर मालिकाना हक देने के साथ-साथ उन्हें कर्ज लेने, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और संपत्ति की बिक्री जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करेगी।
Positive सार
इस योजना से छत्तीसगढ़ राज्य को भी लाभ मिलेगा, जिससे वहां के ग्रामीणों को अपनी संपत्ति का अधिकार मिल सकेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार हो सकेगा। यह योजना देशभर के लोगों को अधिक आर्थिक सुरक्षा और विकास के अवसर प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। योजना से ग्रामीणों को उनकी ज़मीन का कानूनी अधिकार मिलेगा और उनके जीवन में स्थिरता आएगी।