सौर ऊर्जा और ऑटोमेशन: किसानों की सिंचाई का स्मार्ट समाधान

धमतरी जिले के किसान रमन साहू ने कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति का अनुभव किया है। उनके खेत में सौर सुजला योजना के तहत फरवरी 2024 में 3 एचपी का सोलर पंप स्थापित किया गया। यह पंप अत्याधुनिक ऑटोमेशन तकनीक से लैस है, जो इसे स्मार्टफोन के माध्यम से ऑपरेट करने की सुविधा देता है। रमन बताते हैं कि वह न केवल अपने घर से, बल्कि असम में रहते हुए भी अपने पंप को चालू और बंद कर पाए। यह सुविधा न केवल समय की बचत करती है, बल्कि संसाधनों और ऊर्जा की खपत को भी नियंत्रित करती है।  

सौर समाधान मोबाइल ऐप

छत्तीसगढ़ में क्रेडा (छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण) ने किसानों की समस्याओं को हल करने और उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए **सौर समाधान मोबाइल ऐप** लॉन्च किया है। इस ऐप के माध्यम से किसान अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, जिनका निवारण जिला या प्रधान कार्यालय स्तर पर तुरंत किया जाता है। यह पहल न केवल किसानों के लिए राहत का माध्यम बनी है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रही है।  

सौर ऊर्जा और ऑटोमेशन से कैसे हो रहा बदलाव

  • समय की बचत, किसान अब खेत में जाकर पंप चालू करने की आवश्यकता नहीं रखते।  
  • ऊर्जा की खपत कम, सौर ऊर्जा आधारित पंप से बिजली की जरूरत खत्म हो गई है।  
  • संसाधनों का सही उपयोग, पानी की जरूरत को देखते हुए पंप को नियंत्रित किया जा सकता है।  
  • तकनीकी दक्षता, यह तकनीक कृषि कार्यों को अधिक प्रभावी और उत्पादक बना रही है।  

सौर ऊर्जा से समृद्धि की ओर

क्रेडा द्वारा सौर सुजला योजना और ऑटोमेशन तकनीक का सम्मिलन छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इससे न केवल उनकी सिंचाई प्रणाली में सुधार हुआ है, बल्कि उनका जीवन भी आसान हो गया है। यह तकनीक न केवल कृषि क्षेत्र में दक्षता बढ़ा रही है, बल्कि टिकाऊ विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। 

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Rishita Diwan

Content Writer

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