Mayali Nature Camp and Madheshwar Hills: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित मयाली नेचर कैंप, प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान है। चराईडांड़-बगीचा स्टेट हाईवे पर बसे इस कैंप में हरियाली और शांति के बीच पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का भरपूर आनंद ले सकते हैं। बेलसोंगा डेम और आसपास के क्षेत्र की सुंदरता इस जगह को और भी आकर्षक बनाती है।
रोमांच और शांति का अनूठा संगम
- कयाकिंग, मयाली के शांत जल में कयाकिंग का अनुभव न केवल रोमांचक है, बल्कि आत्मा को सुकून देने वाला भी। हरे-भरे जंगलों के बीच से गुजरते हुए, आप प्रकृति की छवि को करीब से महसूस कर सकते हैं।
- मोटर बोटिंग, तेज गति से पानी पर दौड़ती मोटर बोट का अनुभव पर्यटकों के लिए एक नया रोमांच लेकर आता है। पानी पर उड़ती हुई बोट और आस-पास के नज़ारे इस सफर को यादगार बना देते हैं।
- पैडल बोटिंग, शांति पसंद करने वालों के लिए पैडल बोटिंग एक अनूठा अनुभव है। यह न केवल प्रकृति के साथ जुड़ने का मौका देता है, बल्कि आपको आराम और आनंद भी प्रदान करता है।
- एडवेंचर स्पोर्ट्स, मयाली का अनोखा अनुभव
- एटीवी राइड्स, मयाली के खुरदुरे रास्तों पर एटीवी राइड्स का अनुभव बेहद रोमांचक होता है। यह एडवेंचर स्पोर्ट्स का मजा लेने के लिए एक परफेक्ट गतिविधि है।
- कैम्पिंग, टेंट में रात बिताना, तारों भरे आसमान के नीचे सोना और सुबह पक्षियों की चहचहाहट के बीच उठना—यह अनुभव हर किसी के दिल में बस जाने वाला है।
मयाली की अनूठी रहने की व्यवस्था
मड हाउस, प्राकृतिक वातावरण में मिट्टी के घरों में रहना पर्यटकों को ग्रामीण जीवन के करीब ले जाता है। स्विस कॉटेज, आधुनिक सुविधाओं के साथ लक्जरी और प्रकृति का अनूठा मिश्रण। यहां परिवार और समूह के लिए अलग-अलग विकल्प उपलब्ध हैं।
मधेश्वर पहाड़ प्रकृति और आस्था का संगम
मयाली से 35 किलोमीटर दूर स्थित मधेश्वर पहाड़, शिवलिंग की सबसे बड़ी प्राकृतिक संरचना के रूप में प्रसिद्ध है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज इस स्थल ने जशपुर को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है।
आध्यात्मिकता और एडवेंचर का केंद्र
मधेश्वर पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ट्रेकिंग और पर्वतारोहण के लिए भी एक शानदार जगह है। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और प्रकृति के साथ आत्मा का जुड़ाव महसूस करते हैं।
सकारात्मक पहल और विकास की राह
मयाली नेचर कैंप और मधेश्वर पहाड़ को पर्यटन विभाग ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत शामिल किया है। इस योजना के तहत 10 करोड़ रुपये के बजट से इन स्थलों का विकास किया जाएगा। यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगा।
छत्तीसगढ़ की धरोहर
जशपुर जिले के ये दोनों स्थल प्रकृति, रोमांच, और आस्था के अद्भुत संगम का प्रतीक हैं। यह पर्यटन स्थलों की खूबसूरती और उनकी महत्ता को एक नई पहचान देते हैं।