Chhattisgarh Rajya Diwas Smaroh: बीते दिनों राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में4 3वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का आयोजन किया गया। इस ट्रेड फेयर में छत्तीसगढ़ की तरफ से भी स्टॉल लगाया गया था। छत्तीसगढ़ का स्टॉल व्यापार मेले में आकर्षण का केंद्र रहा। साथ ही व्यापार मेले में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य दिवस समारोह में छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों ने भी खूब वाहवाही बटोरी। नेशनल लेवल पर मिली यह सराहना पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।
एमपी थिएटर में हुई प्रस्तुति
छत्तीसगढ़ी लोक कलाओं की प्रस्तुति एमफी थियेटर में दी गई। यहां छत्तीसगढ़ से पहुंचे कई दिग्गज लोक कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति के रंग बिखेरे। इस कार्यक्रम का उद्घाटन छ्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया था। समारोह में देश के कोने-कोने से आए लोग दर्शक के रूप में बैठे थे। उन्होंने भी छत्तीसढ़ी नृत्यों और गीतों को खूब पसंद किया।
छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं का प्रदर्शन
इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से आये कलाकारों ने छत्तीसगढ़ में अलग-अलग तीज त्योहारों पर किए जाने वाले नृत्यों की प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ी लोकमंच पर गौरा-गौरी, भोजली, राउत नाचा, सुआ, पंथी जैसे पारंपरिक लोक नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। प्रस्तुति के माध्यम से कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की लोक कला और सांस्कृतिक विविधता को मंच पर जीवंत कर दिया। इसके साथ ही पंथी और करमा नृत्य द्वारा आध्यात्मिकता और भक्ति भाव से दर्शकों को सराबोर कर दिया।
छत्तीसगढ़ संभावनाओं की भूमि: सीएम विष्णुदेव साय
इस गौरवपूर्ण मौके पर सीएम विष्णुदेव साय ने लोक कलाकारों की सराहना की और कहा कि- ” छत्तीसगढ़ संभावनाओं की भूमि है और अब “सशक्त भारत” के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि में नवाचार, और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। हमारा उद्देश्य राज्य को शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक विकास के संयोजन के साथ एक वैश्विक पहचान बनाने के लिए तैयार है।”