Dhan Tihar: छत्तीसगढ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरु हो चुकी है। धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ के लिए धान खीरीदी एक त्योहार की तरह होता है इसलिए इसे ‘धान तिहार’ कहा जाता है। राज्य सरकार द्वारा धान का अच्छा समर्थन मूल्य दिए जाने की वजह से इस बार किसानों में ओर भी उत्साह है। साल भर खेतों में मेहनत करने के बाद मिलने वाली धान की सही कीमत ही किसानों के लिए असली त्योहार होता है। आइए हम भी जानते हैं कैसे होती मंडियों में धान खरीदी, क्या होती है पूरी प्रकृया?
धान का दिखाना होता है सैंपल
धान की फसल पकने के बाद किसान काटाई कर फसलों को कुछ दिनों के लिए खेत पर ही छोड़ देते हैं। इससे धान में बची हुई नमी भी धूप में सूख जाती है। इसके बाद किसान अपने धान का कुछ सैंपल लेकर मंडी जाता है, मंडी के कर्मचारी धान की नमी चेक करते हैं। नमी ज्यादा होने पर धान खरीदी नहीं हो सकती। अगर धान के सैंपल में नहीं दिखती तब मंडी से किसानों को टोकन मिलता है। इस टोकन में वो तारीख होती है जिस दिन किसान अपना पूरा धान लेकर मंडी आएगा और बेचेगा।
15 एकड़ प्रति क्विंटल धान की होती है खरीदी
राज्य सरकार किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीदी करती है यानी अगर किसी किसान ने 5 एकड़ में धान लगाया है तो सरकार उससे अधिकतम 75 क्विंटल धान ही खरीदेगी। अगर उत्पादन 75 क्विंटल से ज्यादा हुआ है तो किसान को अतिरिक्त धान बाजार में बेचना पड़ेगा। आपको बता दें राज्य सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी कर रही है।
कैसे मिलती है धान की कीमत?
किसान अपने टोकन के अनुसार तय दिन में अपना धान लेकर मंडी पहुंता है, वहां मंडी के कर्मचारी धान की वजन करते हैं और धाम के मूल्य का कैल्कुलेशन करते हैं। फिर किसान के टोकन में किसान का नाम, बेचे गए धान का वजन और उनको दिया गया मूल्य होता है। धान बिकने के कुछ दिनों के बाद किसान के खाते में धान की कीमत आ जाती है। अगर किसान ने सरकार से कुछ कर्ज लिया है तो धान की कीमत से कर्ज की रकम काटकर किसान के खाते में दिया जाता है।
किन्हें मिलेगा 2 टोकन और किन्हें 3?
धान बेचने के लिए सीमांत और लघु किसानों को 2 टोकन दिए जा सकते हैं वहीं बड़े किसानों को 3 टोकन दिया जाएगा। अब किसान घर बैठे ही राज्य सरकार के एप “टोकन तुहर हाथ” मोबाइल एप का उपयोग कर सकते हैं। मंडी में भीड़ और लंबी लाइनों से जूझने की जरूरत नहीं होगी। एप से टोकन कटने के एक हफ्ते बाद ही किसान को मंडी में धान बेचना होगा।
कैसे मिलेगा ऑनलाइन टोकन?
- सबसे पहले खाद्य विभाग की वेबसाइट या प्ले स्टोर से “टोकन तुहर हाथ” मोबाइल एप डाउनलोड कर लें।
- उसके बाद किसान कोड दर्ज कराएं, इसके बाद आपको किसान का नाम, रकबा और विपणन वर्ष की जानकारी स्क्रीन पर दिखने लगेगी।
- इसके बाद आपसे मोबाइल नंबर मांगा जाएगा, नंबर डालकर “ओटीपी प्राप्त करें” पर क्लिक करके ओटीपी मिलेगा जिसे दिए गए जगह पर दर्ज करें।
- इसके बाद आपको एक पिन जनेरेट करना होगा। पिन डालें और उसे याद रखें, इसके बाद “रजिस्टर करें” पर क्लिक करें।