WR Chess Masters 2024: जीवन में हार का सामना करना किसी को पसंद नहीं होता है। लेकिन हार जब अपने ही शिष्य से मिले तो वह गर्व का कारण बन जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ है वर्ल्ड चेस चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ। उन्हें एक चेस चैंपियनशिप में अपने ही शिष्य आर प्रग्नानंद से हार मिली है। इस बार पर उन्होंने कहा- “अपने ही शिष्य से हारना मेरे लिए गर्व की बात है”
WR Chess Masters मुकाबला
विश्वनाथन आनंद को यह हाल डब्ल्यू आर चेस मास्टर्स चैंपियनशिप में मिली। पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन रहे विश्वनाथ आनंद को हराने केबाद आर प्रग्नानंद चैंपियनशिपर के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। आपको बता दें, प्रग्नानंद विश्वनाथ आनंद को अपना गुरु मानते हैं। पिछले कुछ चेस चैंपिनयशिप में प्रग्नानंद का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। चेस वर्ल्ड कप गोल्ड लाने वाली टीम में भी प्रग्नानंद शामिल थे।
गुरु को 2-1 से दी मात
आपको बता दें सेमीफाइलन के लिए खेले गए गुरु-शिष्य के बीच के इस रोमांचक मुकाबले पर पूरे विश्व की नजर थी। मैंच में प्रग्नानंद और विश्वनाथन आनंद को 2-1 के स्कोर से मात दी और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। अब फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिए प्रग्नानंद को सेमीफाइनल में अर्जुन एरिगैसी से भिड़ना होगा।
बड़ी बहन से इंस्टपायर्ड् हैं प्रग्नानंद
आर प्रज्ञानंदा ने बड़ी बहन वैशाली भी शतरंज चैंपियन हैं। उन्हें देखकर ही प्रग्नानंद को शतरंज खेलने की प्रेरणा मिली थी । प्रज्ञानंदा ने सिर्फ तीन साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। खास बात है कि प्रग्नानंदा की बहन वैशाली को खेल के करीब इसलिए किया गया था क्योंकि उसे टीवी देखने की लत थी। फिलहाल दोनों भाई – बहनों ने कई मुकाबलों में जीत हासिल कर देश का नाम रोशन किया है।