Mahatari Sadan: छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्र को अब नया रूप मिल रहा है। प्रदेश के आंगनबाडी केंद्र अब ‘महतारी सदन’(Mahatari sadan) के नाम से जाने जाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस पहल की शुरुआत बच्चों के बेहतर विकास के लिए की है। महतारी सदन में बच्चों की पढ़ाई लिखाई, पौष्टिक भोजन से लेकर खेलकूद की सभी सुविधाएं होंगी।
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
महतारी सदन (Mahatari sadan) में लाइट, पंखे, पीने का साफ पानी, साफ वॉशरूम और किचन जैसी मूलभूत सुविधाएं तो होंगी ही। साथ ही बच्चों के लिए क्लास रूम, खेल का मैदान, खाना खाने के लिए डाइनिंग एरिया, झूले की भी व्यवस्था की जाएगी। मानसिक विकास के लिए खेल-खेल में पढ़ाई करने के गैजेट्स और पजल्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इतना ही नहीं बच्चों की फिजिकली एक्टिव रखन के लिए लिए इनडोर और आउटडोर गेम्स के खिलौने भी होंगे।
क्यों बनाया जा रहा ‘महतारी सदन’?
प्रदेश के सामान्य आंगनबाड़ी केंद्रों को महतारी सदन का रूप देने के पीछे छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा उपलब्ध कराना है। (Mahatari sadan)महतारी सदन योजना से पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की अवधारणा बदल जाएगी। जो माता पिता अब तक बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र भेजने से कतराते थे, वो भी सारी सुविधाओं से लैस महतारी सदन में बच्चों को जरूर भेजना चाहेंगे।
कहां बन रहा पहला महतारी सदन?
प्रदेश का पहला महतारी सदन राजधानी रायपुर में ही बनाया जा रहा है। इसकी शुरात टाटीबंद वॉर्ड के आंगनबाड़ी केंद्र को महतारी सदन का रूप देकर किया रहा है। इसके बाद रायपुर के ही 20 आंगनबाड़ी केंद्रों को 68 लाख रुपए की लागत से हर तरह की सुविधाओं से लैस ‘महतारी सदन’ मे तब्दील कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में 52 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र हैं। धीरे-धीरे सभी केंद्रों को महतारी सदन (Mahatari sadan)का रूप दे दिया जाएगा।
Positive सार
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल सराहनीय है। महतारी सदन के बनने से आंगनबाड़ी जाने वाले बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं में इजाफा होगा। ग्रामीण इलाकों में खासकर आंगनबाड़ी केंद्र ही बच्चो का डे केयर, प्ले स्कूल और प्री प्रायमरी स्कूल होता है। महतारी सदन का लाभ ऐसे ग्रामीण इलाके के बच्चों को ही ज्यादा मिलने वाला है। छत्तीसगढ़ सरकार की यह योजना बच्चों को मजबूत आधार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।