Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को संजोने और मजबूत करने का अवसर होता है। इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा, जो सावन मास की पूर्णिमा तिथि को पड़ता है। यह दिन भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती है। भाई भी बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है। आइए जानते हैं इस साल राखी बांधने का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और अन्य महत्वपूर्ण बातें।
इस बार भद्रा नहीं
हर साल रक्षाबंधन पर राखी बांधने से पहले भद्रा काल की गणना की जाती है, क्योंकि इस काल में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता। पौराणिक मान्यता है कि भद्रा, शनि की बहन थीं और उन्हें क्रोधित अवस्था में किया गया कोई भी कार्य अशुभ फल दे सकता है। इसलिए भद्रा काल को ‘अशुभ समय’ माना जाता है। लेकिन रक्षाबंधन 2025 खास है, इस बार भद्रा का साया नहीं है। यानी, पूरे दिन राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त उपलब्ध रहेगा। हालांकि, राहुकाल जैसे अन्य अशुभ समय का ध्यान रखना जरूरी रहेगा, ताकि इस पावन पर्व की शुभता बनी रहे। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार न सिर्फ प्रेम और बंधन का प्रतीक होगा, बल्कि बिना किसी भद्रा के व्यवधान के, पूर्ण शुभता के साथ मनाया जा सकेगा।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 2025
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से दोपहर 1:24 मिनट तक है। इस अवधि के बीच आप अपने भाई को राखी बांध सकते हैं। यह समय आपके लिए सबसे शुभ होगा।
राखी बांधने की सही विधि
- सबसे पहले एक थाली में रोली, अक्षत, मिठाई और राखी रख लें।
- भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें, क्योंकि यह शुभ माना जाता है।
- राखी बांधने के बाद भाई को मिठाई खिलाएं और उसकी सुख-समृद्धि की कामना करते हुए उसकी आरती उतारें।
- इस अवसर पर भाई को बहन के चरण स्पर्श करना चाहिए, जो बहुत शुभ माना जाता है।
रक्षा बंधन का मंत्र
राखी बांधते समय इस मंत्र का जाप करें, “येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि, रक्षे माचल माचल:” रक्षाबंधन का यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूती प्रदान करता है और इस दिन की सही विधि और मुहूर्त का पालन करके आप इस विशेष अवसर को और भी शुभ बना सकते हैं।