Double Voting Right: यहां लोग क्यों डालते हैं एक चुनाव में दो बार वोट?

Double Voting Right: लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav 2024) की शुरूआत हो चुकी है। भारत का हर व्यस्क मतदाता वोट कर रहा है। हम सभी जानते हैं कि एक चुनाव में एक बार ही वोट करने का अधिकार हमारे पास होता है। लेकिन भारत में एक राज्य ऐसा भी है जहां पर दो बार वोट करने का अधिकार मिला है। कई बार ये विवादित भी रहा। लेकिन बावजूद इसके ये काफी अनोखा है। जानते हैं भारत में कहां है ये गांव और क्यों उन्हें डबल वोटिंग राइट मिला है।

कोटिया गांव में लोग करते हैं दो बार मतदान

आंध्र प्रदेश के में एक गांव है कोटिया। इस गांव को लोग 2 राज्यों के लिए वोट करते हैं। ये गांव आंध्र प्रदेश और उड़ीसा की सीमा पर है। कोटिया गांव दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से क्षेत्रीय विवाद में फंसा है। हालांकि, जमीन से जुड़ी राजनीति के बीच कोटिया के लोगों को अपने आप ही दो बार वोट डालने (Double Voting Rights) का अधिकार मिल गया है। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा दोनों राज्यों के मतदाता यहां वोट देते हैं। इस गांव के 2,500 से ज्यादा वोटर्स के पास वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड और पेंशन कार्ड है।

दो राज्य और कई अलग-अलग एजेंडे

ऐसा नहीं है कि यहां शांतिपूर्वक दो बार वोटिंग होती है। बल्कि इसकी वजह से कई बार विवाद की स्थ्ति भी आई है। साल 1968 में जब उड़ीसा ने आदिवासी गांवों पर अपना दावा किया तो इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक बात पहुंच गई। तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अंतरराज्यीय सीमा मुद्दे उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। मामला संसद सुलझाएगा। जिसके बाद असमंजस की स्थिति हुई और ये गांव दो राज्यों की राजनीति में फंस गया।

क्या है डबल वोटिंग से जुड़े कानून?

डबल वोटिंग (Double Voting Rights) की वजह से कोटिया गांव के लोगों को कई अधिकार और सुविधाएं मिली हुई है। ऐसी व्यवस्थाओं को लेकर अक्सर कानूनी अस्पष्टताएं होती हैं। कोटिया के मतदाताओं के सामने आंध्र प्रदेश के अरकू और उड़ीसा के कोरापुट दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग की स्थिति मौजूद है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोटिया में चुनावी चर्चा आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के बीच दिए जा रहे विकास के एजेंडे के आस-पास ही होती है। जहां उड़ीसा कंक्रीट सड़कों और शैक्षणिक संस्थानों के विकास को प्राथमिकता देता है, वहीं आंध्र प्रदेश कल्याणकारी योजनाओं और वित्तीय सहायता से वोटर्स को अपनी ओर आकर्षित करने की बात करता है।

Positive सार

डबल वोटिंग राइट (Double Voting Rights) कितना सही है ये तो नहीं कहा जा सकता है लेकिन कोटिया के निवासियों के लिए, डबल वोटर आईडी होना फायदेमंद दिखाई देता है। कोटिया के लोगों को सभी योजनाओं और अभियानों का फायदा मिलता है। जो एक ग्रामीण क्षेत्र के विकास को  गति दे रहा है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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