Indian Democracy: भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इसके ताकत की मिसाल पूरी दुनिया देती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोकतंत्र और मतदाता एक दूसरे के पूरक कैसे हैं। दरअसल इसे चुनाव परिपूर्ण करता है। जनता और लोकतंत्र की परिभाषा चुनाव के बिना पूरी नहीं होती है। लोकतंत्र वो शासन व्यवस्था है जिसमें शक्ति जनता के हाथ में होती है। चुनाव ही लोंगो को शक्ति देता है कि वो अपनी भागीदारी से लोकतंत्र को मजबूती दे सकें।
क्यों चुनाव है महत्वपूर्ण?
लोकपर्व चुनाव ही वो जरिया है जिसके माध्यम से लोगों को नेताओं का चयन करने का अधिकार प्राप्त होता है। चुनाव के दौरान ही नागरिकों की आवाज और प्राथमिकताएं सामने आती हैं। चुनावों के माध्यम से शक्ति का प्रतिबंधित वितरण होता है और लोगों का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास होता है।
Seepositive की इस पहल से हम जानेंगे क्या है मतदाता का संविधानिक हक, समाज में उसकी सहभागिता क्या है और समाज के अलग-अलग वर्गों, समुदायों और स्थानों के लोग राजनीतिक प्रक्रियाओं में कैसे सहभागी होते हैं।
चुनाव और मतदाता की भूमिका
भारतीय लोकतांत्रिक (Indian Democracy) समाज में समग्र रूप से मतदाता की भूमिका अहम होती है। क्योंकि लोकतंत्रिक प्रक्रिया शासन-प्रशासन के निर्माण का एक महत्वपूर्ण और निर्विवाद हिस्सा है, जो नागरिकों को अपने स्वार्थ की रक्षा करने का अधिकार प्रदान करता है। हमारे इस प्रयास से हम लोकतंत्र की ताकत, आचार संहिता, राजनीतिक दल, भारत के पहले चुनाव, इलेक्शन की फंडिंग, निष्पक्ष चुनाव की नींव सबकुछ जानेंगे। जिसे जानना आपका अधिकार है। ताकि आप चुनाव में अपनी असली भूमिका को पहचान सकें। तो क्या आप तैयार हैं, भारत के महापर्व को हमारे साथ जानने के लिए…