Study Mantra: पढ़ाई करना निश्चित ही एक साधना है और सक्सेस पाने का भी रास्ता। लेकिन क्या आपको भी पढ़ाई करने में परेशानी होती है? मन नहीं लगता है? ध्यान भटकता है या फिर आप पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन ज्यादा देर तक बैठ नहीं पाते हैं? इतने सारे कारणों (reasons) में ये भी लोग कहते हैं कि वो पढ़ाई (study) को लेकर कंसीस्टेंट नहीं हो पाते हैं। तो अगर आपके साथ भी ये सब होता है, तो परेशान न हों हमारे पास इसका हल है। बस आर्टिकल को पूरा पढ़ें….
आपको क्या करना है?
- शांत वातावरण खोजें (find a quit place to study)
Study Mantra का पहला नियम है पढ़ाई के लिए शांत वातावरण। सबसे पहले ऐसी जगह का चयन करें जहां शांति हो, रोशनी हो और शोर-शराबा कम हों। क्योंकि पढ़ाई के दौरान एकाग्र होना सबसे जरूरी है। अगर आपका परिवार बड़ा है और आपके पास ऐसी जगह नहीं है जो शांत हो। या फिर आप किसी शोरगुल वाले इलाके में रहते हैं, तो भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप कोई इयरबड खरीद सकते हैं ये बेहद सस्ता मिलता है। आप रुई से भी काम चला सकते हैं। पढ़ाई से पहले डिस्टर्बेंस को रोकने के लिए शांत रहना जरूरी है।
2.टेबल को साफ रखें (Keep your table clean before studying)
हम जिस टेबल या बेंच पर पढ़ते हैं उसे पहले साफ कर लें। कई बार ऐसा होता है कि बेवजह की चीजें हमारे पढ़ने की जगह पर बेतरतीब पड़ी होती हैं। कोशिश करें कि टेबल साफ रखें और डिस्ट्रैक्ट करने वाली चीजों को वहां से हटा दें। सिर्फ जरूरी चीजों को ही अपने टेबल पर रखें।
3.मोटिवेटेड रहें
प्रेरणा हमें बड़े-बड़े काम करना सिखा देती है। अगर आप किसी भी तरह से पढ़ाई से डिस्ट्रैक्ट हो रहे हैं तो प्रेरणा (motivation) लीजिए। आप ये सोचिए कि आपने ये पढ़ाई क्यों शुरू की या क्यों आप पढ़ (Study) रहे हैं। आजकल यूट्यूब और इंटरनेट के जरिए आप लोगों से जुड़ सकते हैं। उनकी कहानी जान सकते हैं। जब पढ़ने का मन न करे तो आप ऐसी मोटिवेशनल वीडियो देख सकते हैं।
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4.रिविजन के लिए समय निकालें
Study Mantra ये कहता है कि जब आप पढ़ा हुआ भूल जाते हैं। या याद नहीं रख पाते हैं तो आप पढ़ने के लिए डीमोटिवेटेड हो जाते हैं। इसीलिए कोशिश करें कि जो भी पढ़ें उसके रिविजन के लिए समय जरूर निकालें। इससे आपको चीजें याद रहेंगी और आपके काम आएंगी। इससे आप आत्मविस्वास से भरे रहेंगे और आपका मन पढ़ने में लगेगा।
5.निरंतरता को रखें बरकरार
पढ़ाई करना जरूरी है। आपको ज्यादा पढ़ना जरूरी नहीं है बल्कि रोज पढ़ना जरूरी है। जब आप रोज पढ़ेंगे तो आप बेहतर करेंगे। अब आप ये सोचेंगे कि ये कैसे होगा। तो हम कह रहे हैं ये बिल्कुल होगा। अगर आप रोजाना नहीं बैठ पाते हैं। तो कोशिश कीजिए इसे थोड़ा-थोड़ा कर शुरू कीजिए। जैसे अगर आपने एक दिन 5 घंटे पढ़ाई की है और अगले दिन आपको बिल्कुल समय नहीं मिल रहा है तो मन में ये बात चलाते रहें कि किसी भी तरह आप सिर्फ 30 मिनट निकालेंगे लेकिन पढ़ाई (study) को ब्रेक नहीं करेंगे। अगर आप ये कर पाए तो आप हर स्थिति में पढ़ने का समय निकाल ही लेंगे और ये आपकी आदत में शामिल हो जाएगी।
6.ब्रेक लेकर पढ़ें
पढ़ाई के लिए जरूरी है ब्रेक लेना। आपका शरीर एक ह्यूमन बॉडी है मशीन नहीं। इसे रीस्टार्ट होने के लिए आराम की जरूरत होती है। इसीलिए पढ़ने के दौरान हर 1 घंटे में 10 मिनट का आराम जरूर लें। इससे आप फ्रेश रहेंगे और पढ़ाई के लिए वापस बैठने का मोटिवेशन आपको मिलता रहेगा।
7.सब्जेक्ट्स को स्मार्टली कैरी करें
Study Mantra ये कहता है कि हर किसी की क्षमता अलग होती है। कोई एक दिन में कई सब्जेक्ट्स के साथ पढ़ाई करते हैं कोई एक दिन में एक ही सब्जेक्ट पढ़ता है। लेकिन ये मैटर नहीं करता है। दरअसल आप अपनी क्षमता को पहचानें। कोशिश करें कि आप अगर एक दिन में 2 सब्जेक्ट लेकर चलें। इससे आप बोर भी नहीं होंगे।
8.दिनचर्या सुधारें
सुबह उठना फायदेमंद होता है। कोशिश करें कि अपना शेड्यूल सुधारें। आप सुबह उठते हैं तो आपका दिन सही होता है। लेकिन कई ऐसे लोग या स्टूडेंट होते हैं जिन्हें रात में पढ़ना पसंद है। ये भी ठीक है आप अपने समय के साथ चलें। लेकिन ज्यादातर आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आपके पढ़ने और खाने का रुटिन सेट हो। इससे आप हमेशा मोटिवेटेट रहेंगे।
9.टाइम टेबल
सबसे अहम है पढ़ाई के लिए टाइम-टेबल बनाना (study time-table)। अगर आप कल क्या करेंगे इसका टाइम-टेबल बना लेते हैं तो ये आपकी मदद करेगा। आप अगले दिन ब्लैंक नहीं रहेंगे। अगर आपकी आदत नहीं है तो ये शुरू-शुरू में बोरियत लगेगा। यकीन मानिये जब आपको इसकी आदत हो जाएगी तो आप बेहतर करने लगेंगे।
क्या न करें
- बार-बार शेड्यूल या टाइम-टेबल (Time-table) न बदलें।
- पढ़ाई (study) के दौरान एकदम अकेले न रहें, परिवार या करीबी दोस्तों से मिले-जुलें।
- असफलता के डर को हावी न होने दें, ऐसा हो तो अपनी रूचि के कामों को कर लें।
- खान-पान पर लापरवाही न बरतें।
- एकदम अकेले न रहें।
- अगर आप एक सोशल व्यक्ति है तो पढ़ाई के लिए अकेले रहने का निर्णय न लें।
Positive सार
Study Mantra या शिक्षा का मूलमंत्र एक बात है। असल मूलमंत्र तो आप खुद सेट करते हैं। हां कुछ प्राकृतिक नियमों का पालन करना आपके हक में हो सकता है जैसे रोज पढ़ना, रूचि के कामों को करना, समय पर उठना-सोना, खाना-पीना, परिवार को समय देना। लेकिन आपको कैसे पढ़ना है ये सिर्फ आप जानते हैं।