New Research: हमारे वैज्ञानिक कई सालों से अलियन्स पर रिसर्च कर रहे हैं। (New Research) वो रहते किस ग्रह पर हैं, खाते क्या हैं, धरती पर आने का उनका मकसद क्या होता है ये सारी चीजें। इसके अलावा हमारे वैज्ञानिक और खगोलविद लंबे समय से एलियन से संपर्क करने की कोशिश भी करते रहे हैं। (New Research) इसके लिए दो लेवल पर काम किया जा रहा है। एक तो लगातार एलियन्स को संकेत भेजते रहना और दूसरा अंतरिक्ष से आने वाले हर संकेत को समझने या पकड़ने का प्रयास करते रहना। इसमें एलियन के संकेत या संदेश दोनों हो सकते हैं। (New Research) अमेरिका में तो एलियन्स के संकेत तलाशने के लिए बाकायदा सर्च फॉर एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस, सेटी नाम का संस्था काम भी कर रही है। हाल ही में पियरजे जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक डोविस की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और अलास्का व्हेल फाउंडेशन के वैज्ञानिकों ने एक नया (New Research) तरीका ईजाद किया है जिसके जरिए व्हेल से संचार कर एलियन्स से संचार करने के तरीके खोज सकते हैं।
हम्पबैक व्हेल से एलियन्स से कम्यूनिकेट करना संभव
इस स्टडी (New Research) के मुताबिक एलियन्स का अस्तित्व मौजूद है, तो उनसे बात करना उतना ही मुश्किल साबित हो सकता है जितना कि व्हेल से बात करना। इस सिद्धांत के पक्ष में सबसे बड़ी बात ये है कि व्हेल पृथ्वी की सबसे बुद्धिमान प्रजातियों में से एक मानी जाती है। उनका एक दूसरे से संचार करने का तरीका अनोखा साबित हो सकता है। (New Research) इसीलिए एलियन्स से संचार करने के नए तरीके पर एक बार फिर से वैज्ञानिक जुट गए हैं। वैज्ञानिकों ने हम्पबैक व्हेल से संचार करने का प्रयास किया है, जैसे किसी एलियन से किया जा सकेगा।
व्हेल से कम्यूनिकेशन कर बात समझने का प्रयास
रिसर्च (New Research) करने वाली टीम ने हाल ही में समुद्री स्तनपायी जानवरों के कम्यूनिकेशन टेक्नीक्स पर स्टडी किया गया है। इसके जरिए उन्होंने ऐसे इंटेलिजेंस फिल्टर डेवलप किए हैं, जिनका उपयोग एलियन्स की तलाश में होगा। (New Research) तीनों संस्थानों के वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान हम्पबैक व्हैल के संचार को समझने के साथ ही करने का भी प्रयास किया है।
ऐसे की गई है स्टडी
रिसर्चर्स ने समुद्र में पानी के अंदर स्पीकर (New Research) रखे और हम्पबैक के कॉन्टेक्ट कॉल की रिकॉर्डिंग चलाई जिसे सुन कर ट्वेन नाम की हम्पबैकव्हेल नावों के पास आकर चक्कर लगाने लगी। दिलस्प बात (New Research) ये थी कि व्हेल ने ना केवल इस आवाज को सुना और समझा, बल्कि हर आवाज पर अपना रिस्पॉस भी दिया। इसमें हर अंतर संकेत के बीच का अंतराल आपस में मिल रहा था।
हम्पबैक व्हेल को चुनने का कारण
ऐसा पहली बार हो सकता है कि इंसान ने हम्पबैक व्हेल के साथ किसी “भाषा” में कम्यूनिकेट किया हो। हम्पबैकव्हेल बुद्धिमान समुद्री स्तनपायी जानवरों की श्रेणी में आते हैं। (New Research) उनका बहुत ही जटिल सामाजिक तंत्र होता है। ये व्हेल एक दूसरे से बहुत अधिक कम्यूनिकेट करते हैं। उसके लिए वे गाना गाने के साथ कई तरह की आवाजें भी निकालती हैं।
हम्पबैकों के संचार को समझने के प्रयास की सफलता एलियन्स से जोड़ेगी। इस रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों के लिए आसान होगा जो बाहरी अंतरिक्ष से आने वाले संकेतों को पकड़ कर उनका अर्थ निकालने में सक्षम हो।