Stop Clock Trial: क्रिकेट में शामिल हुआ नया नियम, अब बदलेगा खेल!

Stop Clock Trial: भारत में क्रिकेट सिर्फ एक गेम नहीं है बल्कि इमोशन है, यहां क्रिकेट के करोड़ों दिवाने हैं। यही वजह है कि भारत में लगभग हर दूसरा व्यक्ति क्रिकेट के बारे में जानता है। क्रिकेट फैन्स के लिए ये जानना बेहद रोचक होगा कि अब क्रिकेट के लिए एक नया नियम स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) लाया गया है। जानते हैं क्या है क्रिकेट का ये स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) नियम और इससे ये गेम कितना बदलेगा।

इंटरनेशनल क्रिकेट में अब से स्टॉप क्लॉक ट्रायल

12 दिसंबर से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज (ENG vs WI) के बीच शुरू होने वाली टी20 सीरीज में स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) नियम की शुरूआत की जाएगी। ऐसा पहली बार होगा कि इंटरनेशनल मैच में इस नए स्टॉप क्लॉक ट्रायल नियम का इस्तेमाल होगा।

स्टॉप क्लॉक ट्रायल नियम का ट्रायल शुरू

स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) के रूप में क्रिकेट में एक नये नियम का ट्रायल शुरू होगा। इस नियम की एंट्री से ओवर खत्म होने के बाद फील्डिंग करने वाली टीम द्वारा अब ज्यादा समय खराब नहीं किया जा सकेगा। बता दें कि स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) नियम सिर्फ सफेद गेंद से खेले जाने वाले क्रिकेट फॉर्मेट में लागू हो रहा है। यानी कि फिलहाल स्टॉप क्लॉक ट्रायल नियम को टेस्ट क्रिकेट में नहीं लाया जाएगा।

इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टी20 सीरीज में पहली बार यह नियम लागू होगा। अगले 6 महीने तक अलग-अलग टी20 सीरीज में इस नियम का इस्तेमाल किया जाएगा। अगर स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) नियम से खेल पर किसी तरह का कोई नेगेटिव इंपैक्ट नहीं पड़ता और खेल के फायदे दिखाई देते हैं तो स्टॉप क्लॉक ट्रायल को परमानेंट कर दिया जाएगा।

स्टॉप क्लॉक ट्रायल के बारे में

इस नियम के तहत गेंदबाजी करने वाली टीम को एक ओवर खत्म होने के 60 सेकंड के अंदर ही  दूसरा ओवर फेंकने के लिए पूरी तरह तैयार होना पड़ेगा। जैसे ही एक ओवर खत्म होगा थर्ड अंपायर की घड़ी चलनी शुरू हो जाएगी। यह घड़ी स्टेडियम में बिग स्क्रीन पर चलाई जाएगी। 60 सेकंड के भीतर अगर गेंदबाजी करने वाली टीम दूसरा ओवर शुरू नहीं करती है तो एक पारी में ऐसा दो बार करने पर किसी तरह की कोई पेनल्टी नहीं लगेगी लेकिन तीसरी बार अगर ऐसा होता है तो गेंदबाजी करने वाली टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगा दी जाएगी। यानी बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रन एक्सट्रा दी जाएगी।

स्टॉप क्लॉक ट्रायल (Stop Clock Trial) के फीचर्स इसमें कुछ दूसरे नियम भी जोड़े गए हैं, जैसे अगर बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा टाइम वेस्ट किया जाता है तो बाद में जब वह गेंदबाजी करने उतरेगी तो उसके लिए खराब किए गए वक्त को उसके पास कुल उपलब्ध वक्त से काटा जाएगा। ऐसे में उसके पास दो ओवर के बीच में 60 सेकंड से भी कम समय बचेगा। 6 महीने तक स्टॉप क्लॉक ट्रायल नियम के ट्रायल के बाद इस नियम से होने वाले फायदे और नुकसान का पूरा विश्लेषण कर इसे आगे के लिए लागू किया जाएगा।

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Rishita Diwan

Content Writer

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