इस कमरे में है 13 हजार वर्षों का कृषि इतिहास, जानें क्यों पूरी दुनिया के लिए है ये अहम!

Doomsday Vault: कृषि जैवविविधता को सुरक्षा देने वाला ग्लोबल लॉकर!

नॉर्वे और नॉर्थ पोल के बीच आर्कटिक सर्कल के ऊपर एक आईलैंड पर बर्फिले पहाड़ की गहराई में भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण रिसोर्स को छिपाकर रखा गया है। ये कोयला नहीं है, मिनरल्स नहीं है, न ही पानी है तो फिर ये क्या है?

ये बीज (Seeds) हैं। जिसे ह्यूमन फ्यूचर के लिए सेफ रखा गया है। अब हर आम इंसान के दिमाग में ये बात जरूर आई होगी कि बीजों को संभालकर रखने का क्या फायदा। किसान तो वैसे भी इतनी फसल से बीज प्राप्त कर लेते हैं। तो बता दें कि 65 मिनियन साल पहले दुनिया में आखिरी बार Holocaust आया जिसने पृथ्वी पर मौजूद कई प्रजातियों को खत्म कर दिया। जिसमें डायनासोर, बहुत सी एडिबल जीव जंतुओं की प्रजातियां और वे महत्वपूर्ण बीज शामिल थे जो तब खेती के लिए इस्तेमाल की जाती थीं। आज अगर ये प्रजातियां हमारे पास होती तो इंसानों के लिए ये काफी मददगार होती। ऐसी ही परिस्थितियों से बचने के लिए ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault तैयार किया गया है। इसे 100 देशों की सरकारों के सहयोग से बनाया गया है, जिसका हिस्सा भारत भी है।

ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault

डूम्स डे वॉल्ट (Doomsday Vault) को दुनिया ग्लोबल जीन बैंक के नाम से जानती है। इसे नार्वे की पहाड़ियों की फूटहिल्स में बर्फ के रेगिस्तान में बनाया गया है। इस जीन बैंक का स्ट्रक्चर एक बॉक्स की तरह है जहां दुनियाभर के कई देशों का अकाउंट है। इस जगह की पहचान दुनिया की कृषि जैव विविधता (agricultural biodiversity) के सबसे बड़े संग्रह के रूप में है। इस बिल्डिंग में कई हजार साल पुराने बीजों को संभाल कर रखा गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault में 13 हजार साल का कृषि इतिहास है। यहां के लॉकर्स में डीप फ़्रीज़ कर रखे गए बीजों में जंगली और पुरानी प्रजातियाँ भी शामिल हैं। कई तो इतने पुराने हैं जिनका अब सामान्य उपयोग नहीं हैं। लेकिन ये जेनेटिक डायवर्सिटी फ्यूचर में ग्लोबली आने वाली किसी भी चुनौती के लिए नए विकल्प उपलब्ध करा सकते हैं। क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अगर सोचा जाए तो भी ग्लोबल जींन बैंक विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

सिरिया ने किया था डूम्स डे वॉल्ट का इस्तेमाल

सिरिया दुनिया का पहला देश है जिसने डूम्स डे वॉल्ट का इस्तेमाल किया था। सिविल वॉर के दौरान जब सिरिया में कई महत्वपूर्ण अनाज खराब हो गए। फसलों के बीजों की कमी हो गई तब पहली बार वॉल्ट का इस्तेमाल किया गया। हजारों की तादाद में बीज सीक्रेट शिपमेंट के जरिए मोरक्को और लेबनान भेजे गए। गेंहू, जौ, चने और दाल के करीब 38 हज़ार सैंपल सिरिया पहुंचे थे।

क्यों इतना पॉवरफुल है ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault?

ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault तक पहुंचना किसी भी आम इंसान के लिए काफी मुश्किल है। इसे जमीन से लगभग 120 मीटर नीचे बनाया गया है। इसे मिसाइल से भी नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है। इसका इंट्रेंस एक छोटे सुरंग जैसा है। इसमें एक दरवाजे से होकर स्ट्रिप लाइटिंग से होकर अंदर जाना होता है जो पहाड़ से 430 फीट नीचे तक जाती है। यहां बीजों को वैक्यूम-पैक सिल्वर पैकेट और टेस्ट ट्यूबों में बड़े बॉक्स में रखा जाता है। किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा की स्थिति में भी यहां के बीज सेफ रहेंगे।

क्यों महत्वपूर्ण है ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault?

पिछले 50 सालों में अगर देखा जाए तो एग्रीकल्चर प्रैक्टिस में काफी बड़े बदलाव आए हैं। भले ही एग्रीकल्चर टेक्नॉलजी ने काफी प्रगति की हो लेकिन जैव विविधता काफी हद तक कम हो गई है। ठीक से कैलकुलेशन की तरफ देखें तो सिर्फ महत्वपूर्ण 30 फसलें ही ह्यूमन फूड एनर्जी की 95% जरूरतें पूरी करती हैं। उदाहरण के लिए, 1900 के दशक के बाद से अमेरिका ने अपनी 90% से अधिक फलों और सब्जियों की किस्मों को खो दिया है। कृषि का यह मोनोकल्चर नेचर फूड सप्लाई को बीमारियों और सूखे जैसे खतरों के प्रति अधिक सेंसेटिव बनाता है।

न्यूक्लियर वॉर, महामारी, Holocaust  जैसी स्थिति के बाद धरती पर खेती की दोबारा शुरुआत करने के लिए ग्लोबल जींन बैंक: Doomsday Vault काफी मददगार होगा। इस वॉल्ट में दुनिया के करीब सभी देशों के 8 लाख 60 हजार से ज्यादा फसलों के बीज, फलियां, गेहूं और चावल के सैम्पल जमा किए गए हैं। भले ही उनका मौद्रिक मूल्य बहुत कम है, लेकिन वैश्विक खाद्य सुरक्षा के भविष्य की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण है।

बहुत से लोग फसल विविधता के बारे में नहीं सोचते हैं जबकि यह मौलिक रूप से महत्वपूर्ण है। जितना हमारे जीवन के लिए पानी और हवा जरूरी है उतने ही बीज भी जरूरी है। बीज आम तौर पर हर चीज़ का आधार होते हैं, जिसे न केवल हम न सिर्फ खाते हैं बल्कि पहनते हैं और दूसरे तरीकों से इस्तेमाल करते हैं। और ये सब प्रकृति पर निर्भर करता है। बढ़े हुए जियो पॉलिटिकल टेंशन और अनसर्टेनिटी के युग में Doomsday Vault अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में एक असाधारण और आशावादी कदम है, जिसे हमारे भविष्य के लिए एक बेहतर पहल के रूप में देखा जा रहा है।

Note-  ये आर्टिकल विभिन्न मीडिया लेख, रिपोर्ट्स और कुछ रिसर्च पेपर्स पर आधारित है। seepositive का उद्देश्य बेहतर और सही जानकारी अपने viewers तक पहुंचाना है। हम किसी भी तरह के भ्रम का पूरी तरह विरोधी हैं।

 

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Rishita Diwan

Content Writer

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