IIT, IIM ऐसे संस्थान हैं जहां एडमिशन के लिए ही सालों की तैयारी बच्चे करते हैं। लेकिन अगर कहें कि यहां मैनेजमेंट के गुर सिखा रहा है एक ऑटो वाला, जिसने अपने शिक्षा भी पूरी नहीं की, तो शायद ही कोई विश्वास करेगा। लेकिन ये सच है। दरअसल ये कहानी है चेन्नई के रहने वाले ‘अन्नादुराई’ की। अन्नादुराई चेन्नई में ऑटो चलाते हैं। लेकिन वे एक मैनेजमेंट स्पीकर के तौर भी लोगों को लेक्चर देते हैं।
ऐसे हुई अन्नादुराई की कहानी
अन्नादुराई का जन्म चेन्नई के एक बेहद गरीब परिवार में हुआ। वे पढ़ाई में अच्छे थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति की वजह से उन्हें पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। घर में आर्थिक सहयोग देने के लिए उन्होंने नौकरी खोजनी शुरू की लेकिन उनका काम नहीं बना। अंत में उन्होंने ऑटो चलाकर अपनी जिविका को गति दी। शुरू-शुरू में वह इसमें ज्यादा कमाई नहीं कर पाते थे। एक बार एक बुजुर्ग व्यक्ति ने उनसे कॉल करने के लिए उनका फोन मांगा। अन्नादुरई ने कहा कि, वे फोन दे देंगे लेकिन उस व्यक्ति को उनकी ऑटो की सवारी करनी पड़ेगी। शख्स ने बात मान ली। यहीं से अन्नादुरई को आईडिया आया कि क्यों न हर पैसेंजर के लिए कुछ सुविधाएं ऑटो में ही उपलब्ध कराई जाए।
इसके बाद अन्ना ने पैसेंजर्स के लिए कई सुविधाएं ऑटो में रखनी शुरू की जिसमें वाई-फाई से लेकर, पानी, जूस, कोल्ड ड्रिंक, स्नैक्स तक शामिल थे। उन्होंने ऑटो में ही लैपटॉप, आईपॉड, मैगजीन, अखबार तक की शुविधा शुरू की। इससे धीरे-धीरे उनकी पहचान बनने लगी और लोग अब उन्हीं के ऑटो में सवारी करने की इच्छा करने लगे। शुरू-शुरू में उनके जानकार उनक मजाक उड़ाते थे कि ये सब इंतजाम करेगा तो पेट्रोल के पैसे कहां से आएगा। अन्नादुराई ने किसी की सुनने की बजाए अपने काम पर ध्यान दिया।
मशहूर हुए और बनी पहचान
उनके इस अनोखे सर्विस को लोग धीरे-धीरे जानने लगे। स्थानीय अखबारों से लेकर नेशनल अखबारों में भी उनकी कहानियां छपने लगीं। वे तब पूरे देश में लाइमलाइट में आ गए थे, जब मोटिवेशनल स्पीकर प्लेटफॉर्म टेड टॉक में उन्होंने अपनी बात रकी। इसके बाद आईआईटी, आईआईएम, आईएसबी समेत कई बिजनेस स्कूल्स ने उन्हें अपने यहां छात्रों को लेक्चर देने के लिए आमंत्रित किया। बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को मोटिवेट करने के लिए उन्हें बुलाने लगी। उन्होंने अपनी रचनात्मकता और सूझ-बूझ से ये साबित कर दिया कि अगर आप कुछ अलग हटकर सोचते हैं तो आपकी पहचान भी औरों से अलग जरूर बनती है।