मैन्यूफैक्चरिंग
के मामले में अब भारत दुनिया के पसंदीदा देशों में शामिल हो गया है। रियल एस्टेट
सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट कहती है, कि- हाल के दिनों में भारत ने
मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विश्व में एक अलग पहचान बनाई है। भारत इस मामले में
अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन के बाद दूसरे नंबर पर काबिज़ हो गया है। भारत के बाद अधिक
मांग वाले मैन्युफैक्चरिंग देशों में कनाडा चौथे, चेक
गणराज्य पांचवे, इंडोनेशिया छठे स्थान पर है। पिछले साल की
इसी लिस्ट में अमेरिका दूसरे नंबर पर था।
परिचालन
की परिस्थतियों की वजह से भारत में मैन्युफैक्चरिंग आसान
कुशमैन
एंड वेकफील्ड की यह रिपोर्ट कहती है कि भारत में परिचालन की परिस्थितियां आसान
हैं। यानी कि किसी कार्य को सही तरीके से गति मिलना। मैन्युफैक्चरर्स अमेरिका और
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के मुकाबले भारत में ज्यादा इंटरेस्टेड दिखाई दे रहे हैं। सालाना
आधार के कारण भी भारत की रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है।
आत्मनिर्भर
और पीआईएल जैसी भारतीय योजनाओं का मिल रहा लाभ
भारतीय
कारोबार को दुनिया में स्थापित करने में आत्मनिर्भर और पीआईएल जैसी भारतीय योजनाएं
लाभदायक साबित हुई। इसके अलावा मेक इन इंडिया अभियान और कारोबारी सुगमता जैसे बड़े
सुधारवादी कदमों से विनिर्माण क्षेत्र में विकास हुआ हैं। साथ ही भारत ने
आउटसोर्सिंग की जरूरतों को भी सफलतापूर्वक पूरा किया है।