भारत के यह स्कॉलरशिप्स देंगे आपके सपनों को उड़ान, मिलेगी उच्च शिक्षा में मदद !

Fellowships In India: उच्च शिक्षा और शानदार करियर ऑप्शन हर कोई चाहता है। लेकिन कई बार आर्थिक परेशानियों की वजह से स्टूडेंट्स की यह ख्वाहिश अधूरी रह जाती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी कई फेलोशिप प्रोग्राम्स चला रही है। जिनमें स्टूडेंट्स को एजुकेशनल, मैनेजमेंट, टेक्निकल और गर्वमेंट-नॉन गर्वमेंट संस्थानों के जरिए स्कॉलरशिप दी जा रही है। जिनका फायदा स्टूडेंट्स को मिलता है। भारत में मिलने वाली कुछ फेलोशिप्स रिसर्च के क्षेत्र से जुड़ छात्रों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है।
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना (Prime Minister Research Fellowship)

यह फेलोशिप तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को दिया जाता है। इस योजना के तहत बीटेक के 1000 छात्रों को आईआईटी और आईआईएससी में पीएचडी करने के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है। पीएम रिसर्च सेल योजना से हर साल प्रमुख इंस्टीट्यूट के 1000 छात्रों की पहचान कर उन्हें आईआईटी और भारतीय विज्ञान संस्थान में पीएचडी का मौका दिया जाता है साथ ही चयनिच छात्रों को 75 हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से स्कॉलरशिप की राशि भी प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ पीएचडी और एमटेक के स्कॉलर्स को मिलती है।

शताब्दी-पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च फेलोशिप योजना (centenary-post Doctoral Research Fellowship Scheme )

यह स्कॉलरशिप ICMR संस्थानों और केंद्रों में बुनियादी विज्ञान, कम्यूनिकेबल-नॉन कम्यूनिकेबल रोगों और पोषण सहित प्रजनन स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए दिया जाता है। इसमें पीएचडी, एमडी, एमएस डिग्री धारकों को पढ़ाई के दौरान 3 साल के भीतर आवेदन करना होता है। इसके लिए आवेदनकर्ता की उम्र सीमा 32 वर्ष से कम होनी चाहिए। इस फेलोशिप में 50 हजार रूपए प्रतिमाह दिए जाते हैं।

नेशनल पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप (National Post Doctoral Fellowship)

यह फेलोशिप उन लोगों को दी जाती है जिनके पास किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से पीएचडी, एमडी, एमएस की डिग्री है और वे साइंस और इंजीनियरिंग की किसी भी फील्ड्स में एरिया ऑफ स्पेशलाइजेशन में आगे अपना रिसर्च वर्क जारी रखना चाहते हैं। इस योजना के तहत पात्र स्कॉलर्स को 2 लाख रूपए का रिसर्च ग्रांट मिलता है। इसके साथ ही 55 हजार रुपए का मासिक भत्ता और भी अन्य लाभ मिलते हैं।

यूजीसी-नेट जूनियर रिसर्च फेलोशिप (UGC-NET Junior Research Fellowship)

ऐसे छात्र जो पीएचडी करना चाहते हैं और जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम है। उन्हें यह स्कॉलरशिप दी जाती है। ऐसे छात्रों के पास संबंधित विषय में मास्टर्स डिग्री में 55 फीसदी अंक होना चाहिए। इसके लिए यूजीसी नेट प्रत्येक वर्ष में दो बार नेशनल लेवल एलिजिबिलिटी टेस्ट आयोजित करती है। टेस्ट को पास करने वाले स्टूडेंट्स को पीएचडी में एनरोल होने पर 14 हजार रुपए का मासिक भत्ता और प्रत्येक वर्ष 25 हजार रुपए का आकस्मिकता भत्ता मिलता है।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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