Sustainable development के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। अब यही कदम आपके घर की दीवारों तक पहुचंने वाले है। आमतौर पर गाय का गोबर ईंधन, मच्छर भगाने और सफाई एजेंट के रूप में काम आता था। अब इसे सरकार Eco-friendly पेंट बनाने के लिए इसतेमाल करने जा रही है। छत्तीसगढ़ में बिजली के बाद अब गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाया जाएगा। हाल ही में, छत्तीसगढ़ में गोबर से नेचुरल पेंट बनाने की तकनीकी हस्तांतरण के लिए MOU हुआ।
MOU हुआ साईन
गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की तकनीकी हस्तांतरण के लिए एमओयू किया गया। गोबर से पेंट बनाने का ये MOU नेशनल पेपर इंस्टीट्यूट जयपुर, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म ,लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय और छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के बीच हुआ है।
राज्य के 75 गौठान चयनित
नेचुरल पेंट बनाने के तहत पहले चरण में राज्य के 75 गौठान चयनित किए गए है। गौठान में नेचुरल पेंट निर्माण की यूनिट स्थापित की जाएगी। इसके लिए गौ सेवा आयोग को अधिकृत किया गया है। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा कार्य योजना की तैयारी भी की गई है।
गौठान से खरीदे गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण की शुरूआत
गोधन न्याय योजना के जरिए सरकार गौठानों से दो रूपए किलो में गोबर खरीदेगी। गौठान से खरीदे गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण की शुरूआत की जा रही है। इस मौके पर सीएम ने कहा- ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत पशुपालक किसानों, ग्रामीणों सहित गोठान समितियों, महिला स्व -सहायता समूहों को 2 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है”.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति
Eco- friendly होने के साथ-साथ यह नेचुरल पेंट ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार भी लाएगा। इस योजना के अंतर्गत नेचुरल पेंट निर्माण से जुड़े महिलाओं और गांवों के युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह नया initiative गांव में रोजगार को भी बढ़ावा देगा। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में महिला समूहों और युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करना है। साथ ही आय का जरिया भी उपलब्ध कराना है।