Highlights:
- देश की पहली मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन लॉन्च।
- यूपी में किया गया मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन का उद्घाटन।
- मीठी क्रांति को बढ़ावा देगी मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन।
भारत की पहली ‘मोबाइल हनी प्रोसेसिंग’ वैन उत्तरप्रदेश में लॉच की गई है। मीठी क्रांति का हिस्सा इस अभिनव पहल की शुरूआत छोटे किसानों और मधुमक्खी पालकों के लिए काफी मददगार साबित होगी। मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन के द्वारा मधुमक्खी पालकों से उत्पादित शहद को उनके दरवाजे पर प्रोसेस किया जाएगा। इस पहल से मधुमक्खी पालक किसानों को प्रसंस्करण के लिए दूर शहरों के प्रोसेसिंग यूनिट्स में शहद ले जाने की परेशानी छुटकारा मिलेगी।
खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने किया है लॉच
देश की पहली ‘मोबाइल हनी प्रोसेसिंग’ को यूपी के सलेमपुर गांव में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने लॉच किया। मधुमक्खी पालकों को इस वैन की सहायता से यूनिट के पास शहद निकालने के अलावा उसकी गुणवत्ता की जांच कराने की भी सुविधा होगी।
‘मोबाइल हनी प्रोसेसिंग’ वैन के लाभ
- किसानों के लिए आसान होगी मधुमक्खी पालन।
- ट्रांसपोर्टेशन चार्ज और प्रोसेसिंग यूनिट की लागत से छुटकारा मिलेगी।
- मधुमक्खी पालकों को शहद का सही दाम मिल सकेगा और वो अपने कच्चे शहद को एजेटों को बेचने के लिए बाध्य नहीं होंगे।
- शहद में मिलावट की गुंजाइश कम होगी।
क्या है ‘मीठी क्रांति’?
मीठी क्रांति भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दिया जाता है। इस मीठी क्रांति को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने साल 2020 में राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन को शुरू किया था।
सरकार की इस पहल से निश्चित ही छोटे मधुमक्खी पालकों और किसानों को लाभ मिलेगा। शुद्ध शहद की गुणवत्ता को बनाए रखने और किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए किया गया यह पहल मीठी क्रांति की दिशा में निश्चित परिवर्तन लेकर आएगा।