Highlights:
- 2031 तक 22,480 मेगावाट होगी भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता।
- वर्तमान में भारत की परमाणु ऊर्जा 6 हजार 780 मेगावाट है।
Nuclear Power Capacity को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार कदम बढ़ा रही है। साल 2021 के आखिरी में केंद्र सरकार की तरफ से यह जारी किया गया कि 2031 तक भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता 22 हजार 480 मेगावाट तक होगी। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह की तरफ से एक सवाल के लिखित जवाब के रूप में राज्यसभा में यह जानकारी दी गई थी। वर्तमान में भारत की परमाणु ऊर्जा 6 हजार 780 मेगावाट है।
लगातार बढ़ी है भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता
पिछले सात वर्षों में भारत परमाणु ऊर्जा क्षमता को मामले में निरंतर आगे ही बढ़ रहा है। ऊर्जा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था कि भारत सतत रुप से दीर्घकालीन ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने के लिए तीन चरणों के स्वदेशी परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले सात वर्षों में भारत की स्थापित परमाणु ऊर्जा 4,780 मेगावाट से बढ़कर 6,780 मेगावाट हो गई है। जो कि सीधे-सीधे 40 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है। जिसमें देश के कुल बिजली प्रोडक्शन में परमाणु बिजली का हिस्सा साल 2020-21 में लगभग 3.1 फीसदी था। यानि कि निर्माणाधीन और मंजूरी मिली हुई परियोजनाओं के लगातार पूरा होने से वर्ष 2031 तक परमाणु ऊर्जा 22480 मेगावाट तक बढ़ाई जा सकेगी।
परमाणु ऊर्जा का महत्व
कई विकसित और विकासशील देश परमाणु ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदल कर रहे हैं। परमाणु ऊर्जा लंबे समय तक हमारी ऊर्जा संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम है। यह दूसरे स्रोतों की अपेक्षा कम खर्च पर ऊर्जा उपलब्ध कराती है। परमाणु ऊर्जा कम मात्रा में ग्रीनहाउस गैसों को उत्पन्न करती है।
65 करोड़ टन CO2 के उत्सर्जन से मुक्ति मिलेगी
परमाणु ऊर्जा देश की long term energy सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी। यह एक संभावना की तरह है, जो स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल है। ऊर्जा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि परमाणु बिजली संयंत्र ने अब तक 75.5 करोड़ यूनिट बिजली का प्रोडक्शन किया है और इस तरह से 65 करोड़ टन कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) के उत्सर्जन में सहायता मिली है।
परमाणु ऊर्जा क्षमता बढ़ाने में सरकार के प्रयास
ऊर्जा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपने जवाब में परमाणु ऊर्जा क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार के प्रयासों को बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में परमाणु बिजली का उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इनमें 10 स्वदेशी भारी पानी रिएक्टरों के लिए प्रशासनिक अनुमोदन और वित्तीय मंजूरी प्रदान करना भी शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि थोरियम आधारित वैकल्पिक ईंधन की संभावना पर ङी निरंतर विचार किया जा रहा है।