Highlight:
- One Nation, One Ration कार्ड योजना छत्तीसगढ़ में लागू।
- राज्य के पात्र अब देश के किसी भी कोने से ले सकेंगे राशन।
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना अब छत्तीसगढ़ राज्य में भी लागू हो गई है। इससे खाद्य कानून के तहत राज्य के सभी पात्र उपभोक्ता अपने खाद्यान्न का कोटा देशभर में किसी भी राशन की दुकान से ले सकेंगे। दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के द्वारा हाल ही में वन नशन वन राशन कार्ड (ONORC) योजना के कार्यान्वयन की दिशा में राज्यों एवं संघ प्रदेशों की प्रगति की समीक्षा की गई थी। इसे जारी करते हुए एक सरकारी बयान में यह कहा गया है कि ‘पोर्टेबिलिटी’ लेन-देन के सफल परीक्षण के बाद विभाग ने ONORC के तहत छत्तीसगढ़ के राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मौजूदा पोर्टेबिलिटी को मंजूरी दे दी है।
क्या है वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना?
भारत में गरीबों को कम दाम में राशन उपलब्ध कराने के लिए राशनकार्ड बनवाए जाते हैं। राशन कार्ड धारक अपने क्षेत्र के सहकारी राशन की दुकान से बहुत ही कम सब्सिडी युक्त दाम में खाद्य सामग्री खरीदता है। किसी राज्य का मूलनिवासी अपने राज्य की निर्धारित सहकारी राशन दुकान से राशन ले सकता है। लेकिन दूसरे राज्य में जाकर राशनकार्ड का उपयोग नहीं किया जा सकता है। गरीबों की इसी समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना की शुरूआत की थी। इस योजना में पात्र देश के नागरिक देश के किसी भी कोने से अपने राशन कार्ड के माध्यम से उचित मूल्य पर राशन की दुकान से राशन खरीद सकते हैं।
कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ?
वन राशन वन नेशन योजना बायोमैट्रिक सिस्टम पर आधारित है। जिससे राशन कार्ड धारक की पहचान उसकी आंख और हाथ के अंगूठे से की जाती है। इसके साथ ही अगर राशन कार्ड धारक दूसरे शहर में ‘मेरा राशन ऐप’ पर खुद को रजिस्टर करता है तो भी उसे इसका लाभ मिलेगा। रजिस्ट्रेशन करने बाद पात्र व्यक्ति को दूसरे राशन की दुकान से राशन मिल जाएगा। इस एप के जरिए ही प्रवासी लाभार्थियों को पता करना आसान होगा कि उनके आसपास पीडीएस के तहत राशन की कितनी दुकानें संचालित हैं।