भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री शांत स्वभाव व अनुपम सूझ-बूझ के धनी थे

स्कूल जाने के लिए वे रोज किताबों के साथ नदी पार करते थे

स्वतंत्रता आंदोलनों के दौरान कुल 7 सालों तक जेल में रहे

1965 में हरित क्रांति को बढ़ावा दिया, जिससे भारतीय कृषि में नया परिवर्तन आया

भारत-पाक 1965 युद्ध में देश को सफलता दिलाई

11 जनवरी 1966 को ताशकंद में उनकी मृत्यु हो गई

1966 में मरणोपरान्त उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया