करवा चौथ का महत्त्व: विवाहित महिलाएँ पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं।

वीरवती की कहानी: वीरवती ने गलती से नकली चाँद देखकर व्रत तोड़ा, जिससे उसके पति की तबियत बिगड़ गई, लेकिन सच्चे मन से दोबारा व्रत रखने पर उसे पति का जीवन वापस मिल गया।

सरगी की परंपरा: महिलाएँ सुबह सास द्वारा दी गई सरगी खाती हैं, जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहे।

दिनभर व्रत: महिलाएँ सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक बिना खाना और पानी के व्रत करती हैं।

पूजा की विधि: शाम को मिट्टी का करवा और दीया जलाकर चंद्रमा की पूजा की जाती है।

चाँद देखकर व्रत तोड़ना: चाँद को छलनी से देखने के बाद पति द्वारा पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है।