मैनपाट: छत्तीसगढ़ का शिमला

मैनपाट के अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के बारे में, जिसे 'छत्तीसगढ़ का शिमला' और 'छोटा तिब्बत' भी कहा जाता है।

अंबिकापुर के दिल में बसा मैनपाट

अंबिकापुर से 55 किलोमीटर दूर स्थित, मैनपाट विंध्य पर्वतमाला में 3,780 फुट की ऊँचाई पर बसा हुआ है। इसकी लंबाई 28 किलोमीटर और चौड़ाई 12 किलोमीटर है।

छत्तीसगढ़ में तिब्बत की झलक

1962 के भारत-चीन युद्ध के समय तिब्बती शरणार्थियों को मैनपाट में बसाया गया था, जिसके कारण यहां की संस्कृति, खानपान और मठ-मंदिरों में तिब्बती प्रभाव दिखाई देता है। इसे 'छोटा तिब्बत' भी कहा जाता है।

मैनपाट के प्रमुख स्थल

टाइगर प्वाइंट

महादेव मुदा झरने का आनंद लें और टाइगर प्वाइंट पर बंदरों की मस्ती देखें। पहले यहां बाघ दिखाई देते थे, जिससे इसका नाम पड़ा।

उल्टा पानी

उल्टा पानी का रहस्य देखें, जहां पानी ऊँचाई की ओर बहता है, जो गुरुत्वाकर्षण को चुनौती देता है।

जलपरी पॉइंट

80 मीटर ऊँचाई से गिरते जलपरी झरने का अद्भुत दृश्य देखें, जिसका नाम एक स्थानीय किंवदंती पर रखा गया है।

मैनपाट के रंगों का उत्सव

हर साल फरवरी में आयोजित मैनपाट कार्निवल में स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के प्रदर्शन के साथ मैनपाट की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाया जाता है।

मैनपाट - एक यात्रा जो आपको याद रहेगी

ठंडी जलवायु, हरे-भरे जंगल, और अनोखे दर्शनीय स्थल मैनपाट को एक अवश्य देखने योग्य स्थान बनाते हैं। अगर आप भारत की विविधता का अनुभव करना चाहते हैं, तो मैनपाट को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।