G20 सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली पहुंची बस्तर की महिलाएं
राष्ट्राध्यक्षों को खिलाए अपने हाथों के बने लड्डू
ऑस्ट्रेलिया की फ़र्स्ट लेडी को दिए पकवानों की टोकरी
दिल्ली (Delhi) के जी-20 (G20 Summit) में बस्तर की आदिवासी महिलाओं के व्यंजन ने सभी का दिल जीत लिया। स्टॉल में लगे स्वदेशी सामग्रियों में ‘मिलेट मिशन’ (Millet Mission) ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया इसमें विदेश से भारत पहुंची महिलाओं ने जमकर खरीददारी भी की। जी-20 देशों में भाग लेने आए राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों को 9 सितंबर को पूसा रोड पर आईएआरआई परिसर में एक कृषि प्रदर्शनी का न्योता मिला था। इसमें विदेशी महिलाओं ने हिस्सा लिया और छत्तीसगढ़ में बनाए जा रहे प्रॉडक्ट की तारीफ की।
प्रदर्शनी में लगी बस्तरिया उत्पाद
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट को विदेशी मेहमानों ने काफी पसंद किया। बस्तर से दिल्ली गई महिलाओं ने मिलेट के पकवानों पर खास तौर पर विशेष तैयारी की थी। बस्तर जिले के बास्तानर ब्लॉक से आयी ई संगीता कश्यप के अनुसार मिलेट के लड्डू, रागी कुकीज़, रागी चकली, कोदो-कुटकी प्रदर्शनी के लिए लगाए गए थे। ऑस्ट्रेलिया की फ़र्स्ट लेडी को उन्होंने मिलेट से बनाए पकवानों की टोकरी भेंट की।
बांस से बनीं कलाकृतियां आकर्षण का केंद्र
महिलाओं के साथ जी 20 में शामिल हुईं छत्तीसगढ़ कृषि विभाग की नोडल अधिकारी रुक्मणी कोट्टम ने बताया कि पूसा में छत्तीसगढ़ कृषि विभाग द्वारा स्टॉल भी लगाया गया, विभाग की ओर से स्टॉल में बांस से बने प्रोडक्ट जैसे सूपा, टुकनी, टोकरी, तुमा, छतरी के साथ-साथ मिलेट से बने प्रोडक्ट भी रखे गए। जो मेहमानों को काफी पसंद आए। छत्तीसगढ़ की ढोकराकला और नैचुरल डाई से बने कोसा के स्टॉल भी मेहमानों के लिए विशेष आकर्षण थे।
बस्तर की महिलाओं के साथ न्यूजीलैंड की फर्स्ट लेडी ने बिताया समय
कांकेर के दुर्गकोन्दल ब्लॉक के गोटुल मुंडा गांव के महिला समूह की निर्मला भास्कर काफी खुश थीं उन्होंने बताया कि उन्होंने न्यूज़ीलैंड की फ़र्स्ट लेडी को मिलेट का बास्केट भेंट में दिया। इस बास्केट में छत्तीसगढ़ की महिला समूह द्वारा तैयार मिलेट प्रोडक्ट शामिल थे। फ़र्स्ट लेडी ने उनके साथ सेल्फी ली और कहा कि इसे अपने घर ले जाएंगी और अपने परिवार के साथ शेयर करने वाली हैं। निर्मला भास्कर ने कहा कि यह यादगार पल था जिसे कभी भुला नहीं सकते हैं।