सेकंड हैंड होगा सेफ हैंड ,आसानी से पता चलेगी कि गाड़ी चोरी की तो नहीं!
अपनी गाड़ी ' ये दो शब्द नहीं बल्कि न जाने कितने लोगो के सपने है। एक छोटा बच्चा भी खिलौने वाली गाड़ी पाकर खुश हो जाता है। Upper class या middle class या फिर lower middle class हर कोई गाड़ी खरीदने के सपने देखता है । लेकिन इस सपने को पूरा करने से पहले एक बार अपनी जेब ज़रूर टटोलता है। जमा पुंजी के अभाव में कभी-कभी निराश भी हो जाता है।