अनोखी है राजस्थान के एक डॉक्टर की कहानी, 8 साल की उम्र में हुआ था बाल-विवाह, आज समाज के लिए हैं प्रेरणा!
“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” ये लाइन प्रसिद्ध कवि सोहनलाल द्विवेदी जी की कविता के अंश हैं।
“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” ये लाइन प्रसिद्ध कवि सोहनलाल द्विवेदी जी की कविता के अंश हैं।