Ramleela: शारदीय नवरात्र में दुर्गा पूजन के साथ ही देश में कई जगहों पर राम लीला के मंचन किया जाता है। यह मंचन दशमी के दिन रावण वध तक पहुंचता है और दशहरे के साथ ही रावण के अंत के साथ राम लीला समाप्त हो जाती है। क्या आप जानते हैं कि भारत के अलावा और भी दूसरे देश हैं जहां रामलीला का मंचन किया जाता है। आइए जानते हैं वो कौन-कौन से देश हैं जहां राम लीला किया जात है।
इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में 90 फीसदी जनसंख्या मुस्लीम है। फिर भी यहां रामलीला (Ramleela) का मंचन होता है। रामलीला यहां पर काफी पसंद किया जाता है। इंडोनेशिया में रामायण को “रामायण ककविन” (काव्य) कहा जाता है। यहां किसी खास मौके पर नहीं बल्की पूरे साल किया जाता है।स्कूलों में भी शिक्षा देने के लिए रामायण के पात्रों का उपयोग किया जाता है।
थाईलैंड
थाईलैंड की रामलीला भी बहुत प्रसिद्ध है। यहा रामायण को ‘रामकेयन’ के नाम से जाना जाता है। यहां रामलीला का मंचन सिर्फ शारदीय नवरात्र के दौरान ही नहीं, बल्कि विशेष अवसरों पर भी किया जाता है। रामकेयन की कहानी मूल रूप से रामायण की ही होती है। लेकिन इसके पात्र इनका पहनावा थआईलैंड की परंपरा के अनुसार होता है।
मॉरीशस
मॉरीशस में भी रामलीला मंचन की पुरानी परंपरा है। यहां झाल और ढोलक की संगत में रामायण के गीत गाए जाते हैं। हर साल कला और सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से रामलीला का आयोजन किया जाता है। मॉरीशस की रामलीला इतनी लोकप्रिय है कि भारतीय कलाकारों को भी इसमें प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया जाता है। मॉरीशस अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन की मेजबानी भी कर चुका है।
कंबोडिया
कंबोडिया में भी रामलीला (Ramleela)भी काफी फेमस है। यहां सोशल सेलीब्रेशन के दौरान रामलीला का मंचन किया जाताहै। बड़े और नामी लोग भी इसमें भाग लेने के लिए उत्साहित रहते हैं। यहां के राजा, नरेश नरोत्तम सिंहानुक की बेटी, राजकुमारी फुप्फा, रामलीला के जरिए काफी लोकप्रिय हो गईं थीं। बाद में उन्हें ही मां सीता के रूप में देखा और चित्रित किया जाने लगा।