यह खबर भले ही अमेरिका की है लेकिन भरतीय इनवेस्टर्स को यह काफी प्रेरित करेगी। और आने वाले समय में भारत में भी इस तरह के नवाचार को अपनाने में मदद भी होगी। दरअसल हाल के दिनों में एक भारतीय अखबार ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसके मुताबिक अमेरिका में वॉल स्ट्रीट में ईएसजी फंड का ट्रेंड चल रहा है यानि कि, म्यूचुअल फंडों ने पर्यावरण से जुड़ी कंपनियों में 23 लाख करोड़ रु. लगाए हैं।
कंपनियों के फंड उन कंपनियों में पैसा लगाता है जिनकी पर्यावरण,सामाजिक और जवाबदेही से जुड़ी गवर्नेस नीतियों के मामले में अच्छी पहचान है। अमेरिका में वित्तीय गतिविधियों के प्रमुख केंद्र वॉल स्ट्रीट में ईएसजी फंड का ट्रेंड चल रहा है।
म्युचुअल फंड रेटिंग फर्म मॉर्निंग स्टार के मुताबिक पिछले पांच वर्षों में लगभग 90 म्युचुअल फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) ने ईएसजी फंड लगाया है। वॉल स्ट्रीट की कंपनियों ने सैकड़ों नए ईएसजी फंड की शुरूआत भी की है।
अमेरिका में इस समय 588 फंड और ईटीएफ उपस्थित हैं। 2017 में इनकी संख्या 203 के लगभग थी।
इनके एसेट्स ने 5.75 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 23.57 लाख करोड़ रुपए वृद्धि की है। कुछ फंड ईएसजी कंपनी में पैसा लगाने का दावा करते हैं।
भारत में भी यह चलन आ रहा है। कुछ भारतीय कंपनियां या तो अपने निवेश का कुछ हिस्सा पर्यावरण के प्रति अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए खर्च करती है। तो कुछ कंपनियां ग्रीन सिस्टम पर ही काम कर रही है। ये निवेश जरूर आने वाले समय में पर्यावरण के क्षेत्र में हो रहे नुकसान को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।