जुलाई का महीना यानी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में दाखिले का महीना। इसके लिए सभी राज्यों में 27 जून से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से जारी गाइडलाइन के हिसाब से सभी कॉलेजों में फर्स्ट ईयर में एडमिशन के लिए 9 जुलाई तक 12वीं पास स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकेंगे। इन डेट्स को राज्य सरकारें अपने हिसाब से आगे-पीछे कर सकते हैं।
इसके साथ ही सीबीएसई में मिले मार्क्स के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेजों में स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलेगा। अगर आवेदन की आखिरी तारीख तक CBSE 12th का रिजल्ट जारी नहीं हुआ तो फिर पिछले सालों के आंकड़ों के आधार पर CBSE स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज की सीट का विशेष कोटा दिया जाएगा।
इसके साथ ही उन्हें 12th का रिजल्ट जारी होने के बाद आवेदन की छूट भी मिलेगी। साथ ही पर्सेंटेज के गाइडलाइन शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किया गया है कि पहले पर्सेंटेज सिस्टम को हटाकर पर्सेंटाइल सिस्टम के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन इस प्रक्रिया में CBSE और स्टेट के स्टूडेंट्स की पर्सेंटेज का समानीकरण कर एडमिशन दिया जाता था। इससे CBSE के स्टूडेंट्स को सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेने में समस्या परेशानी हो रही थी।
कॉलेजों के एडमिशन पॉलिसी में हुए बदलाव
इस साल भी कॉलेजों में एडमिशन 12वीं कक्षा के पर्सेंटेज के आधार पर होंगे, पर्सेंटाइल फॉर्मूले के आधार पर नहीं।
कॉलेज में एडमिशन के लिए राजस्थान सरकार की तरफ से पहल की गई है जिसमें भारतीय सेना, केन्द्रीय सशस्त्र बल के कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों के बच्चों के लिए 3% सीटें आरक्षित की गई थी। लेकिन अब इनमें अब राज्य के कर्मचारियों के बच्चों को भी जगह मिलेगी।
कोविड के दौरान जिन बच्चों के अभिभावकों की मृत्यु हुई थी उन्हें मिनिमम मार्क्स के आधार पर फ्री एडमिशन दिया जाएगा।