17 जुलाई 2021 भारतीयों के लिए काफी खास रहा क्योंकि दिल्ली के युवा उद्यमी ने भारत का पहला ‘अर्थशॉट प्राइज’ जीता। दिल्ली के रहने वाले विद्युत मोहन को फसल अवशेषों को बिक्री योग्य जैव उत्पादों में बदलने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। इस पुरस्कार को ‘ईको ऑस्कर’ भी कहा जाता है। भारतीय प्रोजेक्ट टकाचार ने अपने इनोवेशन के लिए करीब 10 करोड़ रूपए का इनाम जीता है।
क्या है विलियम का अर्थशॉट पुरस्कार?
ड्यूक ऑफ कैम्ब्रिज विलियम के द्वारा इस पुरस्कार को शुरू किया गया था। ताकि पुथ्वी को बचाने की कोशिश करने वालों को सम्मानित किया जा सके। विलियम ने समारोह में पहले से रिकॉर्ड एक संदेश में कहा, ‘‘समय बीता रहा है। एक दशक काफी लंबा नहीं लगता लेकिन मानव जाति के पास ऐसी समस्याओं का समाधान निकालने की क्षमता का उत्कृष्ट रिकॉर्ड है जिसे हल करना मुश्किल हो।’’
टकाचार तकनीक को क्यों मिला पुरस्कार?
विद्युत मोहन विश्व के उन पांच विजेताओं में से एक हैं, जिन्होंने पृथ्वी को बचाने के लिए नया इनोवेशन किया है। टाकाचर को उस टेक्नोलॉजी के लिए इनाम दिया गया है जिसमें धुएं का उत्सर्जन 98 प्रतिशत तक कम होता है और जिसका उद्देश्य वायु गुणवत्ता में लाना है। इस तकनीक के उपयोग से एक साल में एक अरब टन तक कार्बन डाइऑक्साइड को कम किया जा सकता है। यह जलवायु परिवर्तन में सुधार में भी उपयोगी होगा।
अर्थशॉट प्राइज देते हुए भारतीय प्रोजेक्ट टकाचार के लिए कहा गया है कि-, ‘‘टाकाचर ने किफायती, छोटे पैमाने पर, लाने ले जाने में आसान तकनीक को विकसित किया है जो दूरस्थ इलाकों को खेतों में ट्रैक्टरों से जोड़ी जाती है। यह मशीन फसलों के अवशेष को बिक्री योग्य जैव उत्पादों जैसे कि ईंधन और उर्वरक में बदलती है।’’