SCO: उज्बेकिस्तान के समरकंद में हो रही शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की बैठक में पीएम मोदी शामिल हुए। इस मीटिंग में SCO के सुधार और विस्तार, रीजनल सिक्योरिटी, सहयोग, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने जैसी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- भारत SCO सदस्यों के बीच आपसी सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है।
उन्होंने कहा- दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। दुनिया ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रही है। SCO देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास होना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यक्ता है।
टेक्नोलॉजी पर फोकस
पीएम ने कहा- हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं। भारत का युवा और वर्क फोर्स उसे स्वाभाविक रूप से प्रतिस्पर्धात्मक बनाता है। अर्थव्यवस्था में 75 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है, जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा है। तकनीक के सही उपयोग पर भी फोकस किया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन करते हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न कंपनियां हैं। हम नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके SCO सदस्यों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
मिलेट्स की खेती को देना है बढ़ावा
दुनियाभर में आज एक और बड़ी चुनौती सामने दिखाई दे रही है। वह है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा को निश्चित करना। इसका समाधान मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने से होगा। ये विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जाता है। यह खाद्य का उत्तम साधन है। 2023 में ईयर ऑफ मिलेट्स के मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे बेहतर डेस्टिनेशन है। भारत में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन हुआ है। हमें SCO देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग पर काम करना चाहिए उसे बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करने को तैयार है।