Ramsar Sites in India: भारत के लिए एक अच्छी खबर है कि भारत के 10 और वेटलैंड्स (Wetlands) को रामसर साइट्स का दर्जा दिया गया है। 3 अगस्त को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने की तरफ से जारी कर बताया कि अब भारत के पास चीन की तरह ही अंतरराष्ट्रीय महत्व के कुल 64 वेटलैंड्स हैं। मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि भारत के 10 और आद्रभूमि रामसर साइट्स की सूची में शामिल हो गए हैं।
क्या है रामसर साइट्स (Ramsar Sites)?
रामसर साइट्स (Ramsar Sites) का उद्देश्य आर्द्रभूमि (Protected Wetlands) के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का विकास और उनका संरक्षण करना है। जो कि वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण और मानव जीवन को बनाए रखने के लिए अहम है।
झील संरक्षण के संबंध में ईरान (Iran Ramsar) के रामसर शहर में साल 1971 में एक अंतरराष्ट्रीय संधि की गई थी। इसमें कुछ मानदंडों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय महत्व की वेटलैंड साइट की सूची संधारित करने के लिए कदम उठाए जाते हैं।
रामसर साइट्स वेटलैंड्स वे हैं जिनका अपना अंतरराष्ट्रीय महत्व होता है। किसी झील के रामसर साइट्स घोषित होने पर उसके संरक्षण को बढ़ावा मिलता है।
किन जगहों को किया गया है शामिल?
भारत में अब कुल 64 वेटलैंड्स मौजूद हैं। सूची में शामिल किए गए 10 नए जगहों में से तमिलनाडु के 6 गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा के एक-एक स्थल शामिल हैं। ये वेटलैंड्स देश में 12,50,361 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैले हुए हैं।
भारत के नए वेटलैंड
भारत के नए वेटलैंड में शामिल हैं कोंथनकुलम पक्षी अभयारण्य, मन्नार की खाड़ी समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व, वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, वेलोड पक्षी अभयारण्य, वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु में उदयमर्थनपुरम पक्षी अभयारण्य, ओडिशा में सतकोसिया गॉर्ज, गोवा में नंदा झील, कर्नाटक में रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य और मध्य प्रदेश में सिरपुर वेटलैंड।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Naredra Modi) ने देश में 10 नए वेटलैंड्स को रामसर साइट्स (Ramsar Sites in India) के रूप में शामिल होने पर देश के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि हर पर्यावरण प्रेमी (Environment Lover) को खुशी होगी कि भारत में 10 और आर्द्रभूमि को रामसर साइट्स के रूप में नामित किया गया।