यह
जो ब्लैक इन व्हाइट फोटो आप देख रहे हैं। इसकी कहानी 55 साल पुरानी है लेकिन काफी
दिलचस्प भी है। दरअसल चर्चा का विषय बनीं यह फोटो चांद की कक्ष से ली गई धरती की
पहली तस्वीर है जो आज ही के दिन 55 साल पहले ली गई थी। इस तस्वीर को ऑर्बिटर-1 नामक स्पेसक्राफ्ट ने 23 अगस्त 1966 को भेजा था। वह स्पेसक्राफ्ट स्पेस मे पहुंचने वाला दुनिया का पहला
स्पेसक्राफ्ट था।
दरअसल
1960 के दशक मे अमेरिका के द्वारा अपोलो मिशन लॉन्च हुआ था। इस मिशन का मुख्य
उद्देश्य इंसानों को चांद पर लैंड करवाना था। लेकिन तब वैज्ञानिकों के पास चांद की
जानकारी नहीं थी। अपोलो मिशन को पूरा करने के लिए चांद की तस्वीर जरूरी थी,
जिससे यह पता लगाया जा सकता था कि स्पेसक्राफ्ट की सुरक्षित लैंडिग
किस जगह और कैसे करवाई जा सकती हैं। इसीलिए नासा ने ऑर्बिटर-1 को लॉन्च किया था।
चांद
की ऑर्बिट में पहुंचने वाला दुनिया का पहला स्पेसक्राफ्ट
नासा
ने ऑर्बिटर-1 को 10 अगस्त 1966
को लॉन्च किया था। यह स्पेसक्राफ्ट 14 अगस्त
को चांद के ऑर्बिट मे दाखिल हो गया था। और 23 अगस्त को
ऑर्बिटर-1 ने धरती की पहली तस्वीर चांद से भेजी थी। ऑर्बिटर-1 मे एक मेन इंजन,
4 सोलर प्लेट और 68 किलो के कोडेक इमेजिंग
सिस्टम को फिट किया गया था।
यह
तस्वीर भले ही 55 साल पुरानी है पर यह हमेशा याद दिलाती रहेगी कि इंसानों की चांद
पर पहुंचने की शुरूआत कितनी खास थी।