इसरो जल्द ही देश के लिए टूरिस्ट फ्लाइट तैयार करेगा। जिससे अब भारत में भी स्पेस टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। यानी कि देश के लोगों को अब जल्द ही अंतरिक्ष की सैर करने का मौका मिल सकेगा।
आने वाले समय में दुनियाभर में स्पेस टूरिज्म प्रोजेक्ट का बाजार कई मिलियन डॉलर का होगा। इस रेस में अब भारत भी शामिल होगा।
स्वदेशी फ्लाइट तैयार कर रहा है ISRO
साइंस और टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि लो अर्थ ऑर्बिट यानी धरती की सबसे करीब सतह पर जाने के लिए स्पेस एजेंसियां स्वदेशी फ्लाइट तैयार कर रही हैं। अंतरिक्ष में लोगों को घुमाने वाले मिशन को भारत ने ‘गगनयान मिशन’ का नाम दिया है।
इस समय दुनिया के 61 देश एकसाथ मिलकर स्पेस एक्टिविटी के कई क्षेत्रों में काम कर रहा है।
3 स्पेस कंपनियों ने अब तक हासिल की है सफलता
अंतरिक्ष में लोगों को घुमाने के लिए दुनिया की 3 स्पेस कंपनियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनमे सबसे पहली रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी Virgin Galactic, दूसरी जेफ बेजोस की कंपनी Blue Origin और एलन मस्क की SpaceX कंपनी शामिल है। इन कंपनियों के बाद चीन सहित कई दूसरे देश भी स्पेस टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे हैं।
2022 के आखिरी गगनयान मिशन होगा लॉन्च
साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि गगनयान मिशन की तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्दी ही भारत 1 या 2 लोगों को स्पेस में भेजने की तैयारी की जा चुकी है। इसके लिए साल के अंत तक 2 ट्रायल होंगे।