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Date & Time: Aug 03, 2021 6:03 AM
Read Time: 1 minuteपुणे का ‘आनंदवन’ इन दिनों चर्चा में है। आनंदवन जंगल या
टूरिस्ट प्लेस नहीं बल्कि कुछ साल पहले तक कचरे से पटा 30 एकड़ बंजर भूमि था। जिसे
स्थानीय लोगों की मेहनत ने ‘मिनी जंगल’ में बदल दिया है। अब यह 30 एकड़ भूमि लगभग
10 हजार स्वेदशी पेड़ों का घर है। आनंदवन नाम का यह जंगल पुणे के NIBM क्षेत्र में स्थित है।
2013 तक यह 33 एकड़ जमीन बंजर और
पथरीली हुआ करती थी। यहां कचरा डंप किया जाता था। लेकिन कुछ प्रकृति प्रेमियों ने
स्थानीय निवासियों को समझाकर यहां पौधे लगाना शुरु किया और इस बात का भी ध्यान रखा
कि उनकी देखभाल हो सके। आनंदवन को स्वरूप देने वाले इन प्रकृति प्रेमियों ने
स्थानीय नागरिकों,
छात्रों, कॉरपोरेट्स और आस-पास की झुग्गियों के बच्चों को साप्ताहिक
वृक्षारोपण अभियान में शामिल किया और इसे एक पब्लिक Initiative के तौर पर चलाया।
जैसे ही वन विभाग को इस बात का पता चला उन्होंने आनंदवन समूह
की मदद की और अतिक्रमण और अतिचार को रोकने के लिए एक बाड़ और एक गेट बनाया। पर पौधे
उगाने के लिए पानी की उपलब्धता एक बड़ी चुनौती है। पर कहते हैं ‘जहां चाह वहां राह’ पौधों को पानी
देने के लिए लोगों ने आते-जाते समय डिब्बों में पानी लाकर पौधों को पानी दिया। साथ
ही टैंकरों के जरिए पानी दान करने की अपील भी की।
वर्तमान में आनंदवन में लगभग 10 हजार पेड़ लगाए गए हैं। और आज
यह आनंदवन विभिन्न प्रकार के पक्षियों का बसेरा है। आनंद वन मॉडल इस बात का एक उदाहरण
है कि कैसे एक बंजर भूमि को जंगल में बदला जा सकता है। एक छोटी सी कोशिश आने वाली
जनरेशन को स्वस्थ्य और स्वच्छ वातावरण देगी।
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