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Date & Time: May 22, 2021 8:42 AM
Read Time: 5 minuteभारत के पहले self-testing kit को आईएमसीआर की मंजूरी मिल चुकी
है। यानी अब आप बिना टेस्टिंग लैब के चक्कर काटे घर पर ही पता लगा पाएंगे कि आपका
कोरोना टेस्ट पॉजीटिव है या नेगेटिव। इस किट को सबसे पहले अमेरिका के ड्रग रेगुलेटर-फूड एंड ड्रग
एडमिनिस्ट्रेशन (US-FDA)
ने नवंबर 2020 में मंजूरी दी थी। तब अमेरिका में रोजाना लाखों की संख्या में
मरीज सामने आ रहे थे।
महाराष्ट्र के पूणे स्थित
फार्मा कंपनी मायलैब ने कोविसेल्फ कोविड-19 टेस्ट किट तैयार किया है। ICMR
ने भी इसको मंजूरी दे दी है। इस टेस्ट की कीमत 250 रूपए होगी जिसका उपयोग
घर बैठे किया जा सकेगा।
भारत के लिए फायदेमंद
कोरोना की सेकंड वेव से भारत
में काफी नुकसान हो रहा है। पूरे देश में रोज़ाना लगभग एक लाख के करीब नए मरीज मिल
रहे हैं। अस्पतालों
में बेड से लेकर ऑक्सीजन तक की किल्लत है। साथ ही सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा
टेस्टिंग पर है। ताकि संक्रमितों की सही संख्या सामने आ सके और इसके चेन को तोड़ा
जा सके। लेकिन टेस्टिंग सेंटरों पर बढ़ रहे दवाब के कारण रोजाना सही आंकड़े नहीं आ
रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में होम टेस्ट किट भारत के लिए जरूरी है। होम टेस्ट किट से टेस्टिंग की संख्या बढ़ेगी और
मरीजों का इलाज समय से शुरू किया जा सकेगा।
क्या है होम
टेस्टिंग किट?
कोरोना का पता लगाने के लिए वर्तमान में हम एंटीजन टेस्ट (Antigen Test) और आरटीपीसीआर (RTPCR) पर पूरी तरह से निर्भर हैं। इन टेस्ट के
लिए मेडिकल एक्सपर्ट और लैब की जरूरत होती है। लेकिन मायलैब (MyLab) की कोविसेल्फ कोविड-19
टेस्ट किट एक प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की तरह है जिससे घर पर ही टेस्ट किया जा
सकेगा। बस इसमें सैंपल डालना है और कोरोना टेस्ट हो जाएगा। इस टेस्ट के लिए किसी
लैब या मेडिकल एक्सपर्ट की जरूरत नहीं पड़ती।
ये टेस्ट किट लेटरल
फ्लो टेस्ट पर काम करती है। इसे नाक या गले से लिए गए सैंपल को ट्यूब में डालते
हैं। इस ट्यूब में पहले से ही लिक्विड भरा होता है। इस ट्यूब को किट के अंदर डाला
जाता है। जहां लिक्विड को सोखने वाला एक पैड लगा होता है। इस पैड से होकर ये
लिक्विड एक पट्टी पर जाता है जहां पहले से ही कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन को
पहचानने वाली एंटीबॉडी मौजूद होती है। अगर आप कोरोनावायरस से पीड़ित हैं, तो ये
एंटीबॉडी एक्टिवेट हो जाती है और किट आपका टेस्ट पॉजिटिव दिखा देती है। किट पर एक
डिस्प्ले होता है जहां रिपोर्ट का रिजल्ट दिख जाता है। रिपोर्ट आपके ईमेल या टेस्ट
किट बनाने वाली कंपनी की ऐप पर भी देखी जा सकती है। इस किट से टेस्ट की संख्या
बढ़ेगी और लोगों को जल्दी स्वास्थ्य सुविधाएं लेने में आसानी होगी।
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