हरियाणा में कश्मीरी पंडितों को जमीन का हक मिल रहा है। कश्मीर से निर्वासन के बाद कश्मीरी पंडितों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। और अब उन्हें हरियाणा सरकार जमीन का हक दे रही है। दरअसल सीएम खट्टर ने मिशन ‘वचनपूर्ति’ की घोषणा की है। जिसकी मदद से जिन कश्मीर पंडितों ने साल 1991 से 1993 तक झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में जमीन खरीदी थी। उन्हें अब उन जमीन का हक मिलेगा।
इससे अब उन परिवारों को आश्रय मिलेगा जो पिछले तीन दशकों से जमीन के लिए लंबा इंतजार कर रहे थे। सीएम की घोषणा में कहा गया कि ऐसे 182 परिवारों को प्लॉट का आवंटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आयोजित मिशन ‘वचनपूर्ति’ राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से आमंत्रित कुछ लाभार्थियों को मालिकाना हक के कागजात भी सौंपे।
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सीएम ने जमीन का हक देते हुए कहा कि- 1991 -1993 के दौरान जिन कश्मीरी पंडितों ने जामीन खरीदी थी आखिर उनका इतना लंबा इंतजार खत्म हुआ। सरकार के माध्यम से कुल 209 परिवारों को प्रदेश सरकार ने वचनपूर्ति के माध्यम से जमीन दी है।
जमीन का हक पाकर खुश हुए लाभार्थी
सरकार के इस फैसले ने कई दिलों में फिर से उम्मीद जगाई। ज़मीन का हक पाने वाले एक कश्मीरी पंडित ने कहा कि 1990 में हुए अत्याचारों के बाद उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा था और जब दोबारा कुछ वर्षों बाद आकर अपनी नई ज़िन्दगी की शुरुआत की उम्मीद में ज़मीन का एक छोटा सा टुकड़ा खरीदा। लेकिन इस पर भी हक़ मिलने में 3 दशक लग। हम खुश हैं और राज्य के प्रति अपनी कृतज्ञता और खुशी को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते, जिनके कारण हमें हमारी जमीन वापस मिली है।