INDIAN RAILWAY’S KAVACH: दो ट्रेनों की टक्कर को रोकेगा भारतीय रेलवे का ‘कवच’

HIGHLIGHTS:

  • ट्रेनों में दुर्घटना को रोकने के लिए ‘कवच’ का सफल परीक्षण
  • भारत सरकार और इंडियन रेलवे ने मिलकर बनाया है ‘कवच’
  • केन्द्री य रेल मंत्री मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में सफल परीक्षण

‘Kavach’ सिस्टम से अब दो ट्रेनों की टक्कर को रोका जा सकेगा। इससे रेलवे में होने वाली दुर्घटना पर लगाम लगाया जा सकेगा। इसके लिए भारत सरकार (Government of India) और भारतीय रेल (Indian Railways) ने मिलकर कवच प्रणाली को विकसित किया है। केन्द्री य रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 4 मार्च को दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद मंडल में लिंगमपल्ली-विकाराबाद सेक्शन पर गुल्लागुडा-चिटगिड्डा रेलवे स्टेशनों के बीच ‘कवच’ कार्य प्रणाली की टेस्टिंग का जायजा लिया।

Kavach’ प्रणाली की वजह से नहीं होगी दो ट्रेनों की टक्कर

केन्द्री य मंत्री की उपस्थिति में, ‘कवच’ का सफल परीक्षण हुआ। रेल मंत्री ने इस स्वचालित इंजन की सवारी की जो गुल्लागुडा से चिटगिड्डा की ओर रवाना हुआ। परीक्षण के दौरान, दोनों इंजन आमने-सामने आए और टक्कर की स्थिति में ‘कवच’ प्रणाली ने स्वचालित ब्रेकिंग सिस्टम का उपयोग किया और इंजनों को 380 मीटर की दूरी पर ही रोक दिया।


‘Kavach’ सिस्टम क्या है?

(Kavach) कवच भारतीय उद्योग के सहयोग से अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा एक स्वदेशी रूप से विकसित एटीपी (ATP) सिस्टम है। और भारतीय रेलवे में ट्रेन संचालन में सुरक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दक्षिण मध्य रेलवे ने इसका टेस्ट किया है। यह सम्पूर्ण सुरक्षा स्तर-4 मानकों की एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है।

‘Kavach’ काम कैसे करता है?

कवच (Kavach) ट्रेनों को खतरे (लाल) पर सिग्नल पार करने और टक्कर रोकने के लिए सुरक्षा देता है। अगर चालक गति सीमा के अनुसार ट्रेन को नियंत्रित नहीं कर पाता है तब यह ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम को ऑटोमेटिक सक्रिय करता है। इसके साथ ही यह दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकता है जिनमें कवच प्रणाली काम कर रही होती है।

कवच (Kavach) की विशेषताएं
  1. खतरे की स्थिति में सिग्नल पार करने से रोकना (SPAD)
  2. ड्राइवर मशीन इंटरफेस (DMI)/ लोको पायलट ऑपरेशन कम इंडिकेशन पैनल (LPOCIP) में सिग्नल की स्थित दिखाने के साथ ट्रेन के आने-जाने का लगातार अपडेट
  3. ओवर स्पीडिंग को रोकने के लिए ऑटोमेटिक ब्रेक लगाना
  4. Level crossing gates के पास पहुंचते समय ऑटो सीटी बजना
  5. काम कर रही कवच सिस्टम से लैस दो इंजनों के बीच टकराव की रोकना
  6. आपातकालीन स्थितियों के दौरान SOS Message
  7. Network monitor system के जरिए ट्रेन की आवाजाही की केंद्रीकृत लाइव निगरानी
 
Avatar photo

Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

CATEGORIES Business Agriculture Technology Environment Health Education

info@seepositive.in
Rishita Diwan – Chief editor

8839164150
Rishika Choudhury – Editor

8327416378

email – hello@seepositive.in
Office

Address: D 133, near Ram Janki Temple, Sector 5, Jagriti Nagar, Devendra Nagar, Raipur, Chhattisgarh 492001

FOLLOW US

GET OUR POSITIVE STORIES

Uplifting stories, positive impact and updates delivered straight into your inbox.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.
CATEGORIES Business Agriculture Technology Environment Health Education

SHARE YOUR STORY

info@seepositive.in

SEND FEEDBACK

contact@seepositive.in

FOLLOW US

GET OUR POSITIVE STORIES

Uplifting stories, positive impact and updates delivered straight into your inbox.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.